ग्राम पंचायत अमसेना के ग्रामीणों ने सरपंच राजेश्वरी डहरिया को बर्खास्त करने मंत्री शिवकुमार डहरिया से शिकायत, गुंदगर्दी तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग

रायपुर  ग्राम पंचायत अमसेना के सरपंच राजेश्वरी कमल डहरिया और उनके पुत्र की मनमानी इन दिनों थमने का नाम नहीं ले रही है  सरपंच के हिटलरशाही, तानाशाही रवैय्ये से परेशान ग्रामीण पंचायत के उपसरपंच गोलू देव दीवान बघेल के नेतृत्व में पंच सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने आज नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया एवं रायपुर रेंज के पुलिस आई जी ओ पी पॉल से मुलाकात कर सरपंच को पंचायत राज अधिनियम की धारा 40  के तहत बर्खास्त करने एवं ग्रामीणों के साथ की गई मारपीट- गुंडागर्दी तहत एफ आई आर दर्ज कर कार्यवाही की मांग की गई है ।
उपसरपंच रमेश बघेल गोलू देव देवान ने मंत्री शिवकुमार डहरिया से शिकायत करते हुए बताया कि जब से सरपंच ने जब से पदभार संभाला है तब से लेकर आज तक पद का दुरूपयोग कर रही है । पंचायत द्वारा निर्मित बाज़ार चबूतरा को तोड्वाकर अपने कब्जे में लेकर निजी वाहन पार्किंग बना लिए है साथ ही सरपंच ने बल पूर्वक पंचायत के प्राचीन तेलिन तालाब की शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर मकान बना कर संयुक्त परिवार निवासरत है  सरपंच ने पंचायत के भाटापारा क्षेत्र में भी करीब दो एकड़ शासकीय भूमि में भी अतिक्रमण कर अपने कब्जे में रखे हुए है । वहीं सरपंच और परिवार का आतंक इतना है कि कोई भी ग्रामीण खुलकर विरोध नही कर पाते जो हिम्मत करके सामने आते भी तो उन्हें कई तरह की धमकियाँ भी दी जाती है।
पीड़ित ग्रामीण तुलसीदास कुर्रे ने बताया कि वर्तमान में सरपंच ने पद का दुरूपयोग कर बल पूर्वक बिना पंचायत प्रस्ताव, ग्राम सभा के अनुमोदन एवं तहसील-एसडीएम कार्यालय के बिना किसी आदेश और नोटिस के हिटलरशाही रवैय्या अपनाते हुए तालाब के किनारे करीब 100 वर्षो से कब्जेधारियों की जमीन अहाता की नींव की पत्थर को मनरेगा के मजदूरों द्वारा उखडवा कर फेंक दिये है । सरपंच ने तानाशाही ने फरमान जारी कर कब्जेधारियों को अपने पत्थर को  हटवाने के लिए तीन-चार दिन का बस समय दिये है । उसके बाद कब्जेधारियों के पत्थर को राजसात कर पंचायत अपने लोगों की पत्थर को अधीन में कर लेंगी जैसी तुगलकी फरमान जारी की है।


 
पीड़ित लक्ष्मण धीवर ने बताया कि चंडी तालाब के किनारे पूर्वजों की 80-90 वर्ष पुरानी काबिज काश्तकारी जमीन की पेंचिंग पत्थरों को सरपंच एवं पुत्र सचिन ने भी बल पूर्वक हटवा दिये है । उनके इस करतूत की विरोध करने पर सरपंच राजेश्वरी डहरिया ने मिटटी का बड़ा सा ढीन्धा उठाकर खरोरा पुलिस और सैकड़ों ग्रामीणों के सामने जान से मारने की धमकी दिये, मेरी पत्नी जयंतरीन बाई को भी सरपंच ने उक्त लोगों के बीच में सिर में बड़ा सा पत्थर पटकर जान से मारने की धमकी दिये है। सरपंच के पुत्र ने भी लक्ष्मण को मारने के लिए हाथ भी उठाये थे। इस घटना से लक्ष्मण धीवर के पूरा परिवार काफी भयभीत है एवं पीड़ित है। इसकी शिकायत ग्रामीणों ने 27/05/22 को तहसीलदार, और एसडीएम आरंग के पास किये है।
पंच बादल सूर्यवंशी ने बताया कि सरपंच राजेश्वरी डहरिया ने रोजगार गारंटी के तहत पहुँच मार्ग निर्माण करते समय रास्ते में आने वाले वन विभाग द्वारा प्रतिबंधित कई पेड़ जैसे- कहुवा, नीम, बरगद, ईमली अन्य जलाऊ एवं इमरती पेड़ को बिना वन विभाग के अनुमति एवं पंचायत प्रस्ताव के संरक्षित पेड़ों को कटवाकर बेच खायी है ।
पंच भूखन नारंग ने बताया कि सरपंच ने दुश्मनी वश उनकी कई एकड़ पूर्वजो की कब्जे वाली जमीन को बर्बाद कर दी है । पंच खिरलाल ढीढी, महेश ढीढी, ने कहा कि दुश्मनी की भावना से प्रेरित होकर सरपंच द्वारा कई तरह के अनैतिक कार्य की जा रही है जिसमें उनकी भी खेत पर जबरन रास्ता निकलवा दिए है | ग्रामीण महेश ढीढी, ने कहा कि अपने मेरे कोर्ट केस प्रकरण में बहला फुसलाकर राजीनामा करवा लिए है और अपने केस में दो साल हो गया आज तक राजीनामा नही हो रही है । लेखराम साहू  ने कहा कि उनकी शौचालय का पैसा भी सरपंच ने गबन कर लिए है ।
इस दौरान, सत्यप्रकाश राय, उब्लू, भोजराम साहू, जयंतरीन, लखन राय, विजय कुर्रे,सालिक राय, सियाराम कुर्रे, युगल सिंह राजपूत, सेवक बेलदार, तुलसी बेलदार, नंदू साहू, परदेशी साहू, नरेश साहू, रंजय ढीढी, सुशीला राजपूत, जितेन्द्र टंडन, जय सिंह बेलदार, झाड़ू बेलदार सहित 70 – 80 महिला पुरुष शामिल रहे ।
वर्सन,
बड़ी संख्या में ग्रामीणों सरपंच पर कई गंभीर आरोप लगाये हुए है जिसकी लिखित में शिकायत की गई है ।उन शिकायतों को संज्ञान में लेकर अधिकारियों को फोन कर तत्काल जाँच कर कार्यवाही करवाने के निर्देश दिए है।
डॉ. शिवकुमार डहरिया, नगरीय प्रशासन मंत्री  

Author: Sudha Bag

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