नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में हर पार्टी ने पूरा जोर लगा रखा है. बीजेपी भी पुरजोर कोशिश कर रही है. हर वर्ग और समुदाय को लुभाने के प्रयास हो रहे हैं. इसी के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए पूर्वांचल को साधने का मेगा प्लान तैयार किया जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी 3 से 5 मार्च तक काशी में रुक सकते हैं. वाराणसी और आसपास के क्षेत्रों में कई रैलियों को संबोधित कर सकते हैं. इसके अलावा पीएम के रोड शो का भी प्लान बन रहा है. हालांकि इस प्लान पर पीएम की औपचारिक मुहर लगना अभी बाक़ी है।
पूर्वांचल को यूपी की सत्ता का प्रवेश द्वार माना जाता है. यहां की जीत किसी भी दल के लिए सत्ता तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाती है. सूबे की करीब 30 फीसदी से ज्यादा सीटें यहीं से आती हैं. बीजेपी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं. पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक का पूर्वांचल पर खास फोकस है. सीएम योगी आदित्यनाथ खुद गोरखपुर से आते हैं. पीएम मोदी भी वाराणसी से सांसद हैं. जातीय समीकरण मजबूत करने के लिए बीजेपी ने यहां छोटे दलों से गठबंधन कर रखा है. पिछले केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार में पूर्वी यूपी से अनुप्रिया पटेल और पंकज चौधरी को जगह दी गई थी. यहां से ताल्लुक रखने वाले महेंद्रनाथ पाण्डेय, स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह पहले से ही केंद्र सरकार में मंत्री हैं।
पूर्वांचल में विधानसभा की 156 सीटें हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां 106 सीटें मिली थीं. वहीं सपा को 18, बसपा को 12, अपना दल को 8, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को 4, कांग्रेस को 4 और निषाद पार्टी को एक सीट पर जीत मिली थी. निर्दलीयों के खाते में 3 सीटें गई थीं. पूर्वांचल के कुछ जिलों में सपा का भी खासा असर है. कुछ सीटों पर बीएसपी का वोट माना जाता है. दरअसल किसानों के आंदोलन और लखीमपुर खीरी कांड के बाद वेस्टर्न यूपी, तराई के इलाकों और अवध के क्षेत्रों में बीजेपी सरकार के खिलाफ माहौल गर्म हो गया था. ऐसे में बीजेपी का पूर्वांचल पर फोकस बढ़ गया है. इसके अलावा नरेंद्र मोदी के लिए पूर्वांचल गुडलक जैसा है, ऐसा भी कहा जाता है. उन्होंने 2014, 2019 के लोकसभा और 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में यहीं से शुरूआत की थी और भाजपा को बंपर सीटें मिली थीं।
पीएम मोदी लगातार काशी के दौरे कर रहे हैं. दिसम्बर में पीएम मोदी 2 बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आए थे.13 दिसम्बर को पहली बार आने पर उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम की सौगात दी थी. उसके बाद 23 दिसम्बर को पीएम ने 2100 करोड़ की 27 परियोजनाओं का लोकर्पण और शिलान्यास किया था. उससे पहले भी उन्होंने कई दौरे किए थे. बता दें कि पूर्वांचल के जिलों में छठे और सातवें चरण में चुनाव होने हैं. वाराणसी में 7 मार्च को मतदान होगा. चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे।