08 वर्ष से फरार आतंकी फण्डिग का आरोपी पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार

इस प्रकार है कि धीरज साव निवासी ट्रांसपोर्ट नगर खमतराई जो चिकन ठेला लगाता था, वह पाकिस्तान के किसी खालिद नामक व्यक्ति से जुड़ा है। इन लागों के द्वारा आतंवादी संगठन सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के लोगों को पैसा बैंक के माध्यम से भेजा जाता था। सूचना पर दबिश देकर धाीरज साव को पकड़ा और उससे बारिकी से पूछताछ करने पर बताया कि वह मूलतः ग्राम छुट्टू धनवा थाना जमू जिला जमुई बिहार का रहने वाला है और विगत 02 वर्षो से रायपुर में रहा है। वर्ष 2011 में पाकिस्तान से खालिद नामक व्यक्ति के मोबाईल नंबर से फोन आया और कहा कि तुमको पैसा कमाना है तो हमारे साथ जुड़ो, हम जैसा बोलेंगे वैसा करना पड़ेगा तो तुम लाखों रूपए कमा लोगे। इस लिए क्या करना पड़ेगा जिस पर उसने आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाने कहा। इस बात की जानकारी धारज द्वारा अपने मौसेर भाई श्रवण मण्डल को दिया और कहा तुम जुड़ जाओ बहुत पैसा मिलेगा मैं उसके साथ जुड़ा हुआ हूं। जिससे श्रवण मण्डल सरस्वती नगर आई.सी.आई.सी.आई. बैंक में एकाउंट खुलवाया एवं इसकी जानकारी पाकिस्तानी खालिद को दिया। खालिद ने उससे कहा कि वह इस एकाउंट में जितना भी पैसा डलवाएगा उसका 13 प्रतिशत हिस्सा काटकर बाकी पैसा राजू खान, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो के एकाउंट में डलवाने के साथ ही उसके बताए अन्य एकाउंट में डाल देना कहा। जिस पर राजू खान के आई.सी.आई.सी.आई. बैंक दुर्गापुर के खाते पर 17,000/- रूपए धीरज ने डाला एवं अन्य खातों में अलग – अलग तिथियों में 03 लाख रूपए जमा कराया गया। जिसका 13 प्रतिशत काटकर राजू खान, जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो जो प्रतिबंधित संगठन सिमी एवं इंडियन मुजाहीद्दीन के खातों में जमा किया।

वर्तमान में धीरज साव, जुबैर हुसैन, पप्पू मण्डल एवं आयशा बानो रायपुर केन्द्रीय जेल में निरूद्ध है जिनको माननीय न्यायालय द्वारा 10 वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। आरोपी राजू खान वर्ष 2013 से लगातार फरार था, जिसकी पतासाजी के हरंसभव प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान राजू खान के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई कि उसका संबंध कश्मीर से है तथा जुबैर हुसैन एवं आयशा बानो से भी इसका संबंध है जो सिमी इंडियन मुजाहीद्दीन के सदस्य है। वर्ष 2013 से जब धीरज साव एवं अन्य आरोपी पकड़े गए तब से यह दुर्गा स्टील प्लांट में लगातार अनुपस्थित रहता था तथा अपने वर्तमान निवास स्थान पर नहीं रहता था व पहचान छिपाकर अलग – अलग स्थानों पर निवास करता था। आरोपी राजू खान स्वयं के पकड़े जाने के डर से वर्ष 2016 में दुर्गा स्टील प्लांट से स्वेच्छा सेवानिवृत्ति ले लिया एवं फरार हो गया था।

वर्तमान में रायपुर पुलिस की टीम द्वारा आरोपी राजू खान के दुर्गापुर पश्चिम बंगाल में उपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, सहायक पुलिस महानिरीक्षक ए.टी.एस. सुखनंदन राठौर, नगर पुलिस अधीक्षक विश्व दीपक त्रिपाठी के मार्गदर्शन व नेतृत्व में सायबर सेल, ए.टी.एस. एवं थाना खमतराई की संयुक्त टीम दुर्गापुर पश्चिम बंगाल रवाना होकर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी राजू खान के निवास स्थान की जानकारी प्राप्त कर उस स्थान के आसपास लगातार कैम्प करते हुए हुलिया एवं वेश भूषा बदलकर रेकी किया गया एवं मौका पाकर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी राजू खान को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। आरोपी राजू खान को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है। आरोपी से इस संगठन में जुड़े अन्य लोगों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रहीं है।

गिरफ्तार आरोपी – राजू खान पिता स्व0 जमादार खान उम्र 56 साल निवासी 8/26 बीजोन थाना दुर्गापुर जिला वर्धमान पश्चिम बंगाल।

आरोपी को गिरफ्तार करने में नगर पुलिस अधीक्षक उरला विश्वदीपक त्रिपाठी, उपनिरीक्षक अजय झा थाना खमतराई, सायबर सेल से प्र.आर. संदीप दीक्षित, राधाकांत पाण्डेय, आर.वीरेन्द्र भार्गव, अजय पटेल तथा एस.टी.एस. से पी.किशोर की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।

Author: Sudha Bag

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