07 दिसंबर 2021। भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय की धमकी के जवाब में प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि विकास विरोधी, अमनचैन विरोधी भाजपा शांत छत्तीसगढ़ में अशांति फैलाने के एजेंडे पर काम कर रही है। वह राज्य की कानून व्यवस्था छिन्न भिन्न करने की साजिश रच रही है। लेकिन सामाजिक समरसता वाले छत्तीसगढ़ की सर्व धर्म समभाव के मूल मंत्र पर चलने वाली कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार राज्य की शांतिप्रिय जनता के सहयोग से भाजपा की इन साजिशों को सफल नहीं होने देगी।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा विष्णुदेव साय पर कह रहे हैं कि यदि भगवा ध्वज का अपमान होगा तो भाजपा चुप नहीं बैठेगी, साय जान लें कांग्रेस की संस्कृति में किसी का भी अपमान संभव नहीं है। कांग्रेस की सरकार सभी का समान रूप से सम्मान करती है। सामाजिक सद्भाव हमारी सरकार की प्राथमिकता है और कांग्रेस की सरकार में कानून का राज चलता है। इसमें जो भी बाधा उत्पन्न करेगा और कानून व्यवस्था के खिलाफ षड्यंत्र रचेगा, उसके विरुद्ध कानून अपना काम करता है, कर रहा है और करता रहेगा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा ने कवर्धा जैसे शांत और सामाजिक सद्भाव के प्रतीक शहर की कानून व्यवस्था भंग करने का षड्यंत्र रचा, जिसे वहां की अमनपसंद जनता ने विफल कर दिया। अब भाजपा राजधानी रायपुर की कानून व्यवस्था बिगाड़ने की साजिश के साथ सामने आई है। उन्होंने कहा कि मुद्दाविहीन भाजपा राज्य में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने की बजाय दंगे फसाद के अपने पुराने कल्चर का प्रदर्शन कर रही है। जनता भाजपा की असलियत से वाकिफ है कि भाजपा हमारी सर्वोन्मुखी सरकार की लोकप्रियता से घबराकर अशांति फैलाने का दुष्चक्र रच रही है। उसकी मंशा प्रतीत हो रही है कि वह पूरे छत्तीसगढ़ में ऐसी ही साजिश को अंजाम देने का रोडमैप तैयार किये बैठी है। जहां कोई भी सांप्रदायिक तनाव की अप्रिय घटना होती वहां पर भाजपा आरएसएस और विहिप का पदाधिकारी की संलिप्तता क्यों रहती है? भाजपा आरएसएस विहिप के लोग जानबूझकर माहौल को खराब करने का षड़यंत्र करते हैं।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भगवान राम के ननिहाल में जहां शबरी की समरसता हो जहां की तासीर सर्वधर्म समभाव की हो वहां भगवा की आड़ में भाजपा की राजनैतिक रोटी सेकने की कुचेष्टा बर्दास्त नहीं किया जायेगा। छत्तीसगढ़ में कानून का राज है। किसी भी धर्म का, धर्म के प्रतीकों का अपमान किसी भी व्यक्ति संस्था द्वारा किया जाना कानून के खिलाफ है। इस प्रकार की गतिविधियों में शामिल कोई भी हो उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जायेगी।