नवापारा-राजिम- प्रतिवर्षानुसार इस बार भी माघी पुन्नी मेला में नागा साधुओं का आगमन हो गया है। मेला में दशनाम जूना अखाड़ा एवं अन्य अखाड़ों से आए नागा साधुओं के द्वारा धर्म ध्वजारोहण किया गया। लोमषऋषि आश्रम मंे स्थित पुराने ध्वज को उतारकर नया ध्वजारोहण मंत्रोचार के साथ विधि विधान पूर्वक सम्पन्न किया।
दिगम्बर अखाड़ा के राजिम माघी पुन्नी मेला प्रभारी जनकपुरी महाराज ने बताया कि जब इस पृथ्वी पर (कुम्भ) संत समागम की शुरूआत हुई है तभी से सनातन धर्म की ध्वजा का सुत्रपात हुआ हैं। भगवा ध्वज सन्यासी का प्रतीक हैं, जिसे विश्व का प्रथम ध्वज माना जाता है। धर्म ध्वजारोहण के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। 16 फरवरी जानकी जयंती के दिन पेशवाई निकाली जाएगी। धर्म ध्वजारोहण के बाद अपने ईष्ट देव दत्तात्रेय भगवान को आमंत्रित करते हुए आशीर्वाद लेते है और अपनी-अपनी धुनी लगाकर भक्तिभाव कर प्रभु का कीर्तन करते हैं। इस अवसर पर जनकपुरी उमेशानंदपुरी राजेन्द्रगिरि, प्रकाश गिरि सनातन पुरी, संतोष गिरि, कमलेशानंद, विजयगिरि, पारस भारती, अभिषेक गिरि, शातानंद गिरि, प्रदीप गिरि, वही माईवाड़ा में सिद्धेश्वरी गिरि, अम्बा गिरि, उमा गिरि, पूर्णिमा गिरि के साथ अन्य साधु संत मौजूद थे।