महंगाई की मार झेल रही जनता को केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कर बड़ी राहत दी है। इस निर्णय के बाद पेट्रोल 9.5 रुपये प्रति लीटर और डीजल 7 रुपये प्रति लीटर कम हो गए। केंद्र की इस पहल के बाद छत्तीसगढ़ सरकार पर वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) कम करने का दबाव बढ़ गया है। भारतीय जनता पार्टी राज्य सरकार पर वैट कम करने सियासी हमला कर रही है। ऐसे में सीएम भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम यह देख रहे हैं कि पड़ोसी राज्य कितना वैट कम कर रहे हैं। उस हिसाब से हम भी वैट कम करेंगे।
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर जनता पर महंगाई के टॉर्चर को थोड़ा कम किया है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के समय जितना सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी था, उसे उसी दर पर लाया जाना चाहिए। भारत सरकार ने 4 फीसदी सेस लगाया है, उसे भी खत्म करें। गैस सिलेंडर के दाम भी यूपीए सरकार की तरह कम करके जनता को राहत दें। सीएम ने कहा कि पिछली बार भी हमने वैट कम किया था।
4 फीसदी सेस को भी हटाया जाए
सीएम भूपेश ने कहा कि पेट्रोल पर 8 और डीजल पर 6 रुपये एक्साइज ड्यूटी घटाया गया है। केंद्र की ओर से पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने से हमें 570 करोड़ रुपये सेंट्रल एक्साइज का नुकसान होगा, लेकिन प्रदेश की जनता के हित में हम फैसले का स्वागत करते हैं। भूपेश ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर लगाए गए 4 फीसदी सेस को भी हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नवंबर-2021 में वैट कम किया था। राज्य मंत्री परिषद की बैठक में पेट्रोल में एक और डीजल में 2 प्रतिशत वैट कम करने का फैसला लिया था, जिससे राज्य सरकार को एक हजार करोड़ का नुकसान हो रहा है।
छत्तीसगढ़ सरकार पर बढ़ा दबाव
आपको बता दें कि केंद्र सरकार के एक्साइज ड्यूटी घटाने के बाद केरल, राजस्थान और महाराष्ट्र सरकार ने वैट घटा दिया है, जिससे इन राज्यों में पेट्रोल-डीजल के दाम घट गए हैं। वहीं ऐसी खबरें आ रहीं हैं कि मध्य प्रदेश सरकार भी वैट कम करने पर विचार कर रही है, जिससे पेट्रोल-डीजल के दामों में और कमी आ सकती है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि अगर पड़ोसी राज्य वैट कम करेंगे तो छत्तीसगढ़ सरकार भी वैट कम करेगी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह व मुख्य विपक्षी पार्टी ने राज्य सरकार से वैट कम कर जनता को राहत देने की मांग की है।