जब केंद्र सरकार कार्य कर रही थी तो छत्तीसगढ़ के कांग्रेसी नेता आरोप-प्रत्यारोप में मस्त थे – डॉक्टर विमल चोपड़ा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी चिकित्सा प्रकोष्ठ एवं स्वास्थ स्वयं सेवको की प्रांत कार्यसमिति की बैठक भाजपा प्रदेश कार्यालय कुशाभाउ ठाकरे परिसर में संपन्न हुयी।
बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में आए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ0 रमन सिंह ने कहा कि चिकित्सा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता सीधे जनता की नब्ज पर हाथ धरे रहते है एवं व्यापक आधार वाले है। चिकित्सक दल भारतीय जनता पार्टी के धरातल को मजबूत करने में अपना विशेष योगदान दे सकते है। डॉ0 रमन सिंह ने कार्यकर्ताओ से आह्वान किया कि 6 अप्रैल जी को भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस से 14 अप्रैल अंबेडकर जयंती तक भाजपा के युगपुरुष पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के सिद्धांत के अनुरूप आम जनता के लिए विभिन्न सेवा के कार्य करे एवं 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती का कार्यक्रम करे ।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि प्रदेश महामंत्री किरण देव ने अपने उद्बोधन में चिकित्सा प्रकोष्ठ के विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार की स्वास्थ सेवाओ की असफलताओ को जनता तक पहुँचाए और सरकार की आंकडो़ सहित पोल खोले ।
कार्यक्रम अध्यक्षता कर रहे प्रदेश संयोजक डॉ0 विमल चोपड़ा ने कहा कि देश की मोदी सरकार ने स्वास्थ सेवाओ के सुधार में ऐतिहासिक काम किये है। कोविड काल के दौरान देश में कम समय में दो-दो वेक्सीन देश की जनता को मुफत में उपलब्ध कराकर देश की जनता को मौत के मुँह से बचाने का काम केन्द्र की नरेन्द्र मोदी की सरकार ने किया है जबकी छत्तीसगढ़ सरकार आरोप-प्रत्यारोप में मस्त रही। मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ मंत्री के ढाई -ढाई साल की कुर्सी की लडा़ई ने पूरे छत्तीसगढ़ की स्वास्थ सेवाओ को बदहाल करने मे कोई कसर नही छोड़ी । स्वास्थ मंत्री के जिले में मासूम बच्चे की लाश एक आदिवासी बाप अपने कंधे में ढोकर ले जाए इससे ज्यादा नैतिकता की गिरावट का उदाहरण और कहाँ देखने को मिलेगी।
दूसरे सत्र में डॉ0 शैलेष खाण्डेलवाल द्वारा ‘‘ प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र ’’ के संबंध मे जानकारी देते हुए बताया कि गरीब जनता के लिए ये केन्द्र अब वरदान बन चुके है। जहाँ से उन्हे 70 से 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाएँ मिल रही है।
डॉ0 किशोर सिन्हा ने स्वास्थ क्षेत्र में केन्द्र सरकार की योजनाओ की जानकारी देते हुए बताया कि डायलिसिस सेंटर, निओनेटल, आई0सी0यू0 , एन.आर.एच.एम की फंडिंग एवं भर्ती को केन्द्र सरकार का बड़ा उपहार बताया । प्रदेश को मोदी जी की भारत व्यापी योजना के अन्तर्गत थोक में 3 मेडिकल कालेज देने के बावजूद राज्य सरकार उसे मान्यता तक नही दिला पा रही है।
दुर्ग जिला संयोजक डॉ0 आदर्श त्रिवेदी ने राजनैतिक प्रस्ताव का पठन करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की स्वास्थ सेवाएँ केन्द्र के अनुदान एवं उसकी योजनाओ के भरोसे टिकी हे। बच्चो के लिए सुपोषण अभियान, गर्भवती माताओ को नगद सहायता , जिला अस्पतालो में डायलिसिस सेंटर , कुपोषित बच्चो के लिए अस्पताल , नवजात शिशुओ के लिए आई0सी0यू0 व एन.आर.एच.एम के तहत स्वास्थ विभाग में विभिन्न पदो की भर्ती एवं सुविधाएँ केन्द्र सरकार की सहायता से संचालित है। कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में युनिवर्सल हेल्थ स्कीम का बड़ा ढोल पीटा एवं आयुष्मान भारत को बंद कर अपना हेल्थ स्ट्रक्चर खड़ा करने की बात की परंतु यह वायदा टॉय-टॉय फिस्स हुआ और सरकार को वापस आयुष्मान भारत योजना की शरण में जाना पाडा़। नर्सिंग होम एक्ट के नाम पर संपूर्ण छत्तीसगढ़ में लूट मची है। फायर एवं इन्वायरमेंट एन.ओ.सी के नाम पर अधिकारियो ने आतंक मचा रखा है। पैसा फेंक तमाशा देख का खेल जोरो पर है। सारी चीजे होने के बाद आपको छत्तीसगढ़ में एन.ओ.सी नही मिलेगी लेकिन घूस देकर आप बिना सुविधा के एन.ओ.सी ले लीजिये
। केन्द्र सरकार द्वारा सुविधाओ के विस्तार के लिए तीन जिलो में एक मेडिकल कालेज खोलने का निर्णय लिया गया उसके आधार पर छत्तीसगढ़ को रिकार्ड तीन मेडिकल कालेज थोक में मिले परंतु केन्द्र सरकार द्वारा धन राशि उपलब्ध कराने के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार इन कालेज में इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं फेकल्टी उपलब्ध कराने में असफल रही और छत्तीसगढ़ के दो मेडिकल कालेज आज भी मान्यता के लिए तरस रहे है। सरकार को अपने मेडिकल कालेज की बजाय चन्दूलाल चन्द्राकर जैसे प्राइवेट मेडिकल कालेज की ज्यादा चिंता है।
कोविड काल में छत्तीसगढ़ सरकार अपनी जनता को सही सेवाएँ देने में असफल रही कोविड से जूझते छत्तीसगढ़ को अपने हाल पर छोडकर मुख्यमंत्री जी आसाम के चुनाव में व्यस्त रहे। इस कोविड काल की अव्यवस्था में आग मे घी डालने का काम मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ मंत्री के ढाई-ढाई साल के झगडे़ ने किया और दोनो अपनी कुर्सी की मजबूती के लिए लड़ते रहे। स्वास्था विभाग के अनियमित कर्मचारियो के नियमितीकरण का वादा करने वाली सरकार ने उनके साथ छल करते हुए आज तक उनको नियमित नही किया। वही महासमुंद जिले में कांग्रेस जनप्रतिनिधियो एवं जिला प्रशासन की अकर्मण्यता से एन.आर.एच.एम की भर्ती लटकी है , घूसखोरी के आरोप लग रहे है एवं अभ्यार्थी आंदोलनरत है। सोनोग्राफी की सेंटरो को मान्यता के नाम पर लाखो की घूसखोरी खुलेआम की जा रही है।
राजनैतिक प्रस्ताव का समर्थन डॉ0 निलय तिवारी ने किया एवं विस्तार से छत्तीसगढ़ की बदहालल स्वाथ्य सेवाओ की जानकारी दी । पश्चात् उपस्थित प्रतिनिधियो ने कुछ संसोधन के साथ सर्व सम्मति से प्रस्ताव को पारित किया।
चौथा सत्र ‘‘ खुला मंच था ’’ जिसमे बारी – बारी से आये प्रतिनिधियो ने चिकित्सा प्रकोष्ठ की जानकारी एवं इसके विस्तार के संबंध में सुझाव दिये ।
अंतिम एवं समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के महामंत्री संगठन श्री पवन साय ने अपने उद्बोधन में उपस्थित प्रतिनिधियो से आह्वान किया कि सरकार की यूजर चार्ज एवं नर्सिंग हो एक्ट को लेकर अपनायी जा रही अव्यवहारिक नीतियो का जमकर विरोध करे । राज्य सरकार ने चिकित्सा सेवाओ में सुधार की बजाय उसका कबाड़ा निकालने का काम किया है। केन्द्र सरकार द्वारा स्वास्थ सेवाओ के विस्तार में राज्य सरकार को दिये जा रहे सहयोग को आम लोगो तक पहुचाने का निर्देश देते हुए चिकित्सा क्षेत्र की समस्त विधाओ एवं पैरामेडिकल स्टाफ को भी चिकित्सा प्रकोष्ठ से जोडने की बात कही।
बैठक के विभिन्न सत्रो को संचालन डॉ0 यमंक साहू, डॉ0 जे.आर. ठाकुर , डॉ0 रवि राठी ने किया। आभार प्रदर्शन डॉ0 पवन अग्रवाल (रायगढ़) ने किया । कार्य समिति की बैठक में प्रमुख रूप से डॉ0 जे.पी शर्मा , डॉ अखिलेश दुबे, डॉ0 अशोक त्रिपाठी डॉ विनोड डड़सेना , डॉ रजनीश पाण्डे, डॉ गंभीर सिंह , डॉ सुरेश चन्द्राकर , डॉ शंभु गुप्ता , डॉ सतिन्द्र सिंग चौधरी, डॉ आनंद राज सोनी, डॉ आयुष शर्मा, डॉ शेखर ताम्रकार, डॉ उपेन्द्र त्रिवेदी, डॉ अनुज खरे, डॉ. मनोज ठाकुर , आदि उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ0 रमन सिंग द्वारा डॉ अश्विनी मिश्रा डॉ0 आयुष त्रिपाठी , डॉ0 शंकर महान्द ,डॉ अशोक साहू भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता देकर चिकित्सा प्रकोष्ठ में सम्मिलित किया गया।