बैंक, बीमा, डाक, आयकर , कोयला, बालको, इस्पात, राजहरा एवं हिरी खदान, एन एम डी सी रहे बंद
रायपुर। ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने 28 की तरह 29 मार्च को भी 2 दिवसीय राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल को अभूतपूर्व रूप से सफल बनाने के लिए प्रदेश के श्रमिकों व कर्मचारियों का अभिनंदन किया है। आज जारी एक विज्ञप्ति में संयुक्त मंच के नेताओ ने कहा है कि इस हड़ताल का प्रदेश के बैंक, बीमा, कोयला, इस्पात, पोस्टल, बी एस एन एल , दल्ली एवं हीरी खदान, एन एम डीसी, ऊर्जा, आयकर जैसे सरकारी विभागों के साथ राज्य कर्मी , दवा व विक्रय प्रतिनिधि, आंगनवाड़ी, मध्यान्ह भोजन एवं बहुत से असंगठित क्षेत्रों में भी व्यापक असर देखा गया। प्रदेश भर में हड़ताली श्रमिकों ने जुलूस, प्रदर्शन व सभाओ के माध्यम से मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जोरदार आवाज बुलंद की। छत्तीसगढ़ में ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच के संयोजक धर्मराज महापात्र, इंटक के अध्यक्ष संजय सिंह, एच एम एस के कार्यकारी अध्यक्ष एच एस मिश्रा, एटक के महासचिव हरीनाथ सिंह, सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस के महासचिव एम के नंदी, एक्टू के महासचिव बृजेन्द्र तिवारी, तृतीय वर्ग शा. कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी, केंद्रीय कर्मचारी समन्वय समिति के दिनेश पटेल, प्रशांत पांडे, राजेंद्र सिंह, आशुतोष सिंह, ए आई बी ई ए के महासचिव शिरिष नलगुंडवार, बेफी के महासचिव डी के सरकार, आर डी आई ई यू के महासचिव सुरेंद्र शर्मा, बी एस एन एल ई यू के महासचिव आर एस भट्ट तथा एस टी यू सी के महासचिव एस सी भट्टाचार्य ने प्रदेश के संघर्षशील मेहनतकश जनता की हड़ताल में व्यापक भागीदारी हेतु उन्हे बधाईयाँ दी है। आज 29 मार्च को भी हड़ताल के दूसरे दिन विभिन्न कार्यालयों व उद्योगों में तालाबंदी का दौर जारी रहा। महापात्र ने बताया कि दोपहर को एल आई सी के पंडरी कार्यालय में सभी श्रमिक संगठनो की संयुक्त सभा संपन्न हुई। सभा को संबोधित करते हुए बैंक एम्पलाईज एसोसिएशन के नेता सी के मंडल, सीटू नेता एम के नंदी ने कहा कि दुनिया के हर देश में मजदूर, किसान, छात्र, नौजवानों के संयुक्त आंदोलनों ने इतिहास को बदला है और इस हड़ताल से भारत का इतिहास भी नई करवट लेने जा रहा है। बैंक कर्मी यूनियन की ओर से बोलते हुए अनिल साकरकर ने कहा कि निजीकरण की नीतियां देश के बच्चों का भविष्य बर्बाद कर रही है इसलिए इसका व्यापक विरोध होना चाहिए। पंजाब एंड सिंध बैंक की कर्मचारी यूनियन के अ भा महासचिव रतनेश चौधरी ने कहा कि सरकारी उद्योगों के निजीकरण का वास्तविक हमला आम जनता पर हो रहा है। आज रेलवे की टिकट, टेलीफोन के टैरिफ, पेट्रोल व गैस के दाम, बिजली के बिल में जारी बढ़ोतरी इन संस्थाओ को निजीकृत किये जाने का ही परिणाम है। आल इंडिया बैंक एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव शिरिष नलगुंडवार ने कहा कि संघर्षो से परिस्थितियां हमारे पक्ष में बन रही है। राजस्थान व छत्तीसगढ़ में नेशनल पेंशन स्कीम को रद्द कर पुरानी पेंशन योजना की बहाली हमारे आंदोलन की महत्वपूर्ण विजय है। आल इंडिया इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष बी सान्याल ने कहा कि हमारे देश का इतिहास आज दोराहे पर खड़ा है। देश की बहुमत जनता आर्थिक उदारीकरण की नीतियों की मार से त्रस्त है और इसलिए आंदोलन के रास्ते पर है। मेहनतकशो का यह आंदोलन ही नये, आधुनिक,धर्मनिरपेक्ष व जनतान्त्रिक भारत का निर्माण करेगा। सेंट्रल ज़ोन इंश्योरेंस एम्पलाईज एसोसिएशन के महासचिव धर्मराज महापात्र ने कहा कि इस हड़ताल से एक व्यापक, एकताबद्ध व अभूतपूर्व जन लामबंदी उभरकर आई है जो देश में वैकल्पिक जन पक्षधर मूल्यों की राजनीति को स्थापित करेगी। सभा को अलेक्जेंडर तिर्की, राजेश पराते, ज्योति पाटिल, गजेंद्र पटेल, बी के ठाकुर, माहेश्वरी, फीबी भगत, एस सी भट्टाचार्य, वी के लाड, संध्या भगत, आर के गोहिल, गीता दलाल एवं राजेश अवस्थी ने संबोधित करते हुए संघर्ष व संगठन को मजबूत बनाने का आव्हान किया जिससे आम जनता व श्रमिक वर्ग के समक्ष मौजूद कठिन चुनौतियों का मुकाबला किया जा सके। आर डी आई ई यू के महासचिव सुरेंद्र शर्मा द्वारा प्रस्तुत धन्यवाद प्रस्ताव के साथ सभा की कार्यवाही समाप्त हुई। सभा के अंत में बीमाकर्मियो ने घोषणा की कि एल आई सी के आई पी ओ को सबस्क्री प्शन हेतु जिस दिन जारी किया जायेगा उस दिन पुन:देशभर में एल आई सी कार्यालयों मे एक दिन की हड़ताल रखी जायेगी।