जिले में निमोनिया पीड़ित बच्चों के लिए वरदान: डॉ.मीरा बघेल
पीसीवी के तहत 60,000 बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य
रायपुर 15 जून 2021
प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों समेत प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में मंगलवार से बच्चों को निमोनिया सहित 13 जानलेवा इंफेक्शन से बचाने के लियें पीवीसी यानी न्यूमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) कार्यक्रम पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा और इसकी शुरुआत रायपुर जिले में भी की गई है। पीसीवी टीकाकरण कार्यक्रम का वर्चुअल उद्घाटन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने किया है।न्यूमोकोकल कंज्यूगेट टीकाकरण निमोनिया पीड़ित बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है । टीकाकरण कार्यक्रम की शुरूआत पहले पांच राज्यों में की गई थी । अब इसे यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल कर देश भर में चलाया जा रहा है।
वर्चुअल उद्घाटनमें डॉ.आलोक शुक्ला पीएस,डॉ.प्रियंका शुक्ला एमडी (एनएचएम) और राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर उपस्थित रहे । वर्चुअल उद्घाटन के तहत राज्य के समस्त ज़िलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भी उपस्थित थे । इसी कड़ी में जिला रायपुर के शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खो-खो पारा से न्यूमोकोकल कंज्यूगेट वैक्सीन की शुरुआत की गई इस अवसर पर डॉ. मीरा बघेल मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर, डॉ आशीष वर्मा जिला टीकाकरण अधिकारी, डब्ल्यूएचओ से सर्विलेंस मेडिकल ऑफिसरडॉ.नितिन पाटील, ब्रह्मानंद शुक्ला डब्ल्यूएचओ (आरआरटी) कंसलटेंट, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खो-खो पारा के डॉ.पंकज नागरची, डॉ. पी.लाल, डॉ. राहुल अग्रवाल, एनएचएम से अंशुल थुदगर एवं स्वतंत्र रहंगडाले शहरी कार्यक्रम प्रबंधक, निशामणी साहू डिस्ट्रिक्ट डाटा मैनेजर, कोल्ड चैन हण्डलर दुर्गा साहू,मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे उपस्थित रहे ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल ने बताया: ”बच्चों को निमोनिया से भी सुरक्षित रखने का प्रयास जिले में तेजी से शुरू हो गया है। इसी कडी में निमोनिया से बचाव के लिए जिले में टीका के लियें पात्र समस्त बच्चों का पीसीवी टीकाकरण किया जाएगा। इस वैक्सीन का डोज जिले के समस्त शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ी केंद्रों में निशुल्क दिया जाऐगा। निमोनिया से बचाव के लिए पीसीवी वैक्सीन क्रमशः छह और 14 सप्ताह उम्र के बच्चों को दिया जाऐगा। इसके अलावा 9 माह उम्र के बच्चों को बूस्टर डोज दिया जाऐगा।”
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. वर्मा कहते है “पीसीवी वैक्सीन का टीकाकरण बच्चों को न्यूमोकोकल निमोनिया से बचाने और बिटामिन-ए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए और आंखों की रोशनी तेज करने के लिए दिया जाता है। न्यूमोकोकल बैक्टेरिया से होने वाले निमोनिया और अन्य बीमारियां जैसे दिमागी बुखार से बचाव के लिए पीसीवी वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है। इसका विस्तार कोविड-19 के कठिन दौर में किया जा रहा है। जो बच्चों को सुरक्षित रखने में सहायक होगी। पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु का प्रमुख कारण निमोनिया है। पीसीवी वैक्सीन इस बीमारी से होने वाली मृत्युदर को कम करेगी।”
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. आशीष वर्मा ने बताया: “जीवन रक्षक टीका बच्चों को स्वस्थ रखने के साथ ही निमोनिया के कारण होने वाले अस्पतालऔर दवाओं के खर्चों को भी कम करेगा। ज़िले में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खो-खो पारा रायपुर पर सीएमएचओं डॉ.मीरा बघेल की उपस्थिती में पीसीवी वैक्सीन के टीके का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर उन्होंने कहा “न्यूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया, मस्तिष्क ज्वर,कान का इन्फेक्शन व साइनुसाइटिस से बचाव के लिए न्यूमोकोकल वैक्सीन (पीसीवी वैक्सीन ) पूरी तरह सुरक्षित और असरदार है”। निमोनिया, मस्तिष्क ज्वर,कान का इन्फेक्शन और साइनुसाइटिस की वजह से देश में हर वर्ष लगभग 15 फीसदी बच्चों की मौत हो जाती है, लेकिन पीसीवी टीकाकरण के माध्यम से बच्चों की निमोनिया से होने वाली इस मृत्यु दर पर अब काफी हद तक कम किया जा सकता है। अब पीसीवी टीकाकरण को यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम में शामिल किया जा चुका है।”
“पीसीवी टीका प्रदेश भर के पात्र बच्चों को निशुल्क लगाया जाएगा। एक वर्ष में जिले के लगभग 60,000 पात्र बच्चों के पीसीवी टीकाकरण का लक्ष्य में रखा गया है। हर सप्ताह मंगलवार और शुक्रवार को आयोजित किए जाने वाले नियमित टीकाकरण सत्र में जिले के सभी शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में पात्र बच्चों का पीसीवी टीकाकरण निशुल्क किया जाएगा”।