फर्जी टूलकिट प्रकरण में भाजपाई हथकंडे चोरी और ऊपर से सीनाजोरी

रायपुर/24 मई 2021। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी ने कहा है कि फर्जी टूलकिट प्रकरण में आपराधिक षडयंत्र के मामले में फंस चुके पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित अन्य भाजपा नेता, अपने अपराधों पर पर्दा डालने और जनता को गुमराह करने के लिए कथित गिरफ्तारी की हास्यास्पद नौटंकी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राज में कानून का शासन चलता है जहॉं पुलिस थाने में एफ. आई. आर. दर्ज होने पर प्रकरण की पूरी विवेचना के बाद ही कार्यवाही होती है। लेकिन भाजपा नेतागण विवेचना में सहयोग करने के बजाए, अपने आपराधिक कृत्य पर पर्दा डालने, इस पर राजनीति कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता वर्ल्यानी ने कहा कि कोरोना काल की दूसरी लहर में मोदी सरकार के आपदा कुप्रबंधन के चलते ऑक्सीजन, दवाईयों और अस्पतालों में बेड की कमी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वेक्सीन की अनिवार्यता की जानकारी होने के बावजूद मोदी सरकार ने वेक्सीन की कोई केंद्रीकृत नीति नहीं बनाई। 45 प्लस की वेक्सीन आपूर्ति ही केंद्र सरकार पूरी तरह से नहीं कर पा रही थी और बिना वेक्सीन की उपलब्धता के 18 प्लस वेक्सीन की घोषणा कर दी। जब वेक्सीन की कमी को लेकर देशव्यापी असंतोष फूटा, तो केंद्र ने वेक्सीन से पल्ला झाड़ते हुए, 18 प्लस की वेक्सीन राज्यों के पाले में डाल दी। आपदा प्रबंधन में सारे अधिकार केंद्र के पास होते हैं, लेकिन दुनिया के देशों में भारत ही एक ऐसा देश है जहॉं वेक्सीन की तीन तरह की कीमतें और वेक्सीन की उपलब्धता की कोई सुनिश्चित नीति नहीं है। इसके चलते मोदी सरकार की पूरे देश और दुनिया में फजीहत हो रही है। लेकिन इससे सबक लेकर इस भयावह महामारी से पीड़ित लोगों की राहत के लिए मेडिकल किट, राशन किट और कोरोना रिलीफ किट बनाने के बजाय, भाजपा नेता मोदी सरकार के गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए फर्जी टूलकिट के माध्यम से जनता को गुमराह करने में लगे हुए हैं। वर्ल्यानी ने आगे कहा कि फर्जी टूलकिट के खेल में भाजपा के नेता स्वयं बुरी तरह फंस गये। सोशल मीडिया कंपनी ने भी इनके पोस्ट को ‘मेनीपुलेटेड’ घोषित कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद भाजपा नेता बड़ी बेशर्मी से अपनी साख बचाने गिरफ्तारी की नौटंकी बाजी कर रही हैं। लेकिन जनता इस फर्जीवाड़े में भाजपा की संलिप्तता के सच को जान चुकी है।

Author: Sudha Bag

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