प्रदेश में कोरोना संक्रमण खतरनाक स्तर पर है। मृत्यु के मामले बढ़ रहे हैं। रायपुर के इंडोर स्टेडियम में बनाए गए कोविड अस्पताल में ही पिछले दो दिनों में 20 संक्रमितों की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोरोना पीड़ितों के बेहतर इलाज के लिए रायपुर के बलबीर सिंह जुनेजा इंडोर स्टेडियम में इलाज की व्यवस्था का आदेश दिया था। इस कोविड सेंटर में ऑक्सीजन युक्त 300 बेड की सुविधा है, बावजूद इसके इस आइसोलेशन सेंटर में पिछले दो दिनों में कोरोना से 20 मरीजों की मौत हो गई है। बुधवार को यहां 16 मौत हुईं थीं, वहीं आज दोपहर 3:30 बजे तक 4 और मरीजों की मौत हो गई। ऑक्सीजन युक्त बेड वाले कोविड सेंटर में मृत्यु का कारण ऑक्सीजन की कमी होना बताया जा रहा है। 2 दिनों में हुई इतनी मौतें. यहां के नोडल अधिकारी आरबी सोनी ने बताया कि इंडोर स्टेडियम कोविड सेंटर में अभी तक 20 लोगों की मौत हो गई है। कल दिन भर में 16 मरीजों की मौत हुई थी, जबकि आज 4 और मरीजों की मौत हो गई है। डॉक्टरों ने की यह अपील राजधानी के इंडोर स्टेडियम के कोविड हॉस्पिटल में कम समय में इतने ज्यादा मरीजों की मौत के बाद डॉक्टरों ने मरीजों से अपील की है कि ज्यादा गंभीर हालात वाले मरीज इंडोर स्टेडियम कोविड हॉस्पिटल में भर्ती ना हों, डॉक्टरों ने बताया है कि ज्यादा गंभीर मरीज यहां इलाज के लिए पहुंच रहे है, पर्याप्त साधन ना होने की वजह से गंभीर मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक ज्यादा गंभीर मरीज इंडोर स्टेडियम न पहुंचे, 85 से कम ऑक्सीजन लेवल और चेस्ट इंफेक्शन वाले मरीज हायर सेंटर जाएं, जहां उन्हें पर्याप्त उपचार मिल सकेगा।
आखिर इसका जिम्मेदार कौन. बीते 4 – 5 दिनों से रायपुर के इंडोर स्टेडियम में बनाए गए कोविड अस्पताल के बारे में ऐसा प्रचार प्रसार किया गया, मानो वहां covid मरीजों के इलाज की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, इससे राजधानी में बेड की कमी झेल रहे corona पीड़ितों के बीच उम्मीद की किरण दिखाई दी। यही वजह है कि इंडोर स्टेडियम में covid सेंटर खुलते ही यहां भर्ती होने के लिए मरीजों की कतार लग गई, मगर यहां एक के बाद एक गंभीर मरीजों की मौतों का दौर शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों और सुविधाओं का अभाव है, जिसके चलते मरीज मौत के आगोश में समा रहे हैं। इन मौतों का जिम्मेदार आखिर कौन है, यह सुलगता सवाल सभी के जेहन में आना स्वाभाविक है।