बसंत अग्रवाल एवं दिनेश मिश्रा ने बताया कि इस पांच दिवसीय कथा आयोजन के दौरान छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलो में जो कुछ हिन्दू भाई – बहने अज्ञानतावश अपनी मूल हिन्दू सनातन धर्म को छोड़ कर दूसरे धर्म मे चले गए थे उनका घर वापसी पं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एवं हिन्दू ह्रदय सम्राट युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत प्रबल प्रताप सिंह जूदेव के सानिध्य में कराया जाएगा। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम जी के 500 वर्षों की प्रतीक्षा के पश्चात करोड़ो हिन्दुओ के आस्था का केंद्र अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के सुअवसर पर ऐतिहासिक महोत्सव दिनाँक- 22 जनवरी 2024, दिन- सोमवार को 11 लाख दिप प्रज्वलित किया जाएगा साथ ही लेजर शो व भव्य आतिशबाजी की तैयारी की जा रही है। साथ ही साथ दिनाँक- 26 जनवरी 2024 , दिन- शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के सुअवसर पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सैनिक एवं माँ भारती की रक्षा करते हुए अपनी जान का बलिदान करने वाले शहीद वीर सपूतों के परिवारों का सम्मान भी किया जावेगा। कथा के अंतिम दिवस दिनाँक- 27 जनवरी 2024, दिन- शनिवार को निर्धन कन्याओं के विवाह महोत्सव का आयोजन भी रखा गया है। इस आयोजन में पं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी की गरिमामय उपस्थिति में निर्धन कन्याओं का विवाह समिति के विख्यात पंडितों के द्वारा हिन्दू रीति-रिवाज वैदिक परंपरा अनुसार संपन्न कराया जाएगा।
यह भव्य आयोजन विवेकानंद विद्यापीठ के सामने, कोटा रोड, गुढ़ियारी, रायपुर (छ. ग.) में सम्पन्न होगा। यह आयोजन रायपुर छत्तीसगढ़ प्रदेश ही नही अपितु पूरे देश व विदेशो में दिनाँक 23 जनवरी 2024 से 27 जनवरी 2024 तक संस्कर टीवी चैनल के माध्यम से लाइव प्रसारण किया व देखा जावेगा। हनुमंत कथा की भव्यता को देखते हुए हिन्दू सनातन धर्म प्रेमियों की सुविधा के लिए हर प्रकार की यथा संभव समुचित व्यवस्था आयोजन समिति के द्वारा की जा रही है। व्यवस्था के संबंध को लेकर दिनाँक- 14 जनवरी 2024, दिन- रविवार को प्रातः 11:00 बजे सभी धर्म प्रेमियों की बैठक रखी गयी थी।