रायपुर। धान खरीदी के अंतिम दौर में किसानों पर केशकाल में हुए लाठी चार्ज का मुद्दा पूरी तरह से गरमा गया है। धान खरीदी की अव्यवस्था और किसानों को हो रही परेशानी के बीच जिस प्रकार का पुलिस का रवैया रहा है व प्रशासनिक दादागिरी है। राज्यपाल को आज भाजपा नेताओं ने राजभवन पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। धान खरीदी का समय 15 दिन बढ़ाये जाने की मांग की गई है। 22 फरवरी को सभी जिला मुख्यालयों में देंगे किसान मोर्चा के बैनर पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने धान खरीदी पर सवाल उठाए हैं। रमन सिंह ने पीसी कर बताया कि प्रदेश के सभी जिलों के किसानों को धान बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। टोकन के लिए किसानों को रात भर लेकिन बावजूद इसके उन्हें टोकन नहीं दिया जा रहा है। पूर्व सीएम ने आरोप लगाया है कि सरकार का कोई जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है जो किसानों की समस्याएं सुने। रमन की माने तो अभी 20 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी बकाया है। 22 फरवरी को किसान मोर्चा के नेतृत्व में सभी जिला मुख्यालयों में धरना दिया जाएगा। भाजपा ने समर्थन मूल्य की बकाया राशि और बोनस देने की मांग राज्यपाल से की है। साथ ही ये मुद्दा विधानसभा में भी उठाया जाएगा।
पांच सदस्यीय कमेटी के सदस्य संदीप शर्मा ने कहा कि किसानों को केशकाल में अंधेरे में घेर मारा गया है। कई किसान बुरी तरह घायल हुए हैं केशकाल के किसान बारदाना नहीं होने की वजह से धरना प्रदर्शन और चक्काजाम कर रहे थे। 32 हजार किसान हैं इलाके में इसमें से केवल 25 हजार किसानों का धान खरीदा गया है। सैकड़ों किसानों को टोकन नहीं दिया जा रहा। अधिकारी किसानों से लिखवा रहे हैं कि उनके पास नहीं है। कलेक्टर ने चौथा टोकन ब्लाक कर दिया है।ज्ञापन देने के लिए डा. रमन सिंह के साथ प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंंडी, सांसद संतोष पांडेय, बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, सरोज पांडेय, अजय चंद्राकर, लता उसेंडी, चंद्रशेखर साहू, पूनम चंद्राकर, संदीप शर्मा शामिल थे।