पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के आरोप पर कांग्रेस का पलटवार ।

किसानों के धान 2500 रुपया के दर से खरीदने से बाजार में अफरा-तफरी मचने का आरोप लगाने वाले भाजपा आज किसान के लिए घड़ियाली आंसू बहा रही है ।

रायपुर/09 दिसम्बर 2019/ पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के आरोप पर तीखा पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा का किसान विरोधी चेहरा और चरित्र जनता के बीच उजागर हो चुका है पूंजीपतियों के समर्थन में खड़ी पूरी भाजपा किसानों के हित की बात आती है तब मौन धारण कर लेती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने वादा अनुसार पहले भी किसानो के धान 2500 रुपया क्विं के दर से ही खरीदी किया और आज भी किसानों को उनके धान की कीमत 2500 रुपया क्विंटल ही मिलेगा। ऐसे में किसानों का विश्वास खो चुके भाजपा के नेता किसानों को बरगलाने के लिए तथ्यहीन बेबुनियाद मनगढ़ंत आरोप लगाकर खुद को किसान हितैषी बताने में लगे हुए हैं। पूर्ववर्ती रमन सरकार के दौरान धान बेचने वाले किसानों से प्रति बोरा रमन टैक्स की वसूली होती थी। रमन टैक्स वसूलने वाले आज किसानों के हित की बात कर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं।सोसायटीओं में किसी प्रकार की अव्यवस्था नहीं है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा नगरी निकाय चुनाव में कांग्रेस को व्यापक समर्थन मिल रहा है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नेतृत्व वाली सरकार के 11 महीने के जनकल्याणकारी निर्णयों के सामने भाजपा खुद को बौना महसूस कर रही है। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ के किसानों को बताएं जब मोदी सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों के चावल को खरीदने से इंकार किया गया तब पूरे प्रदेश के किसानों व्यापारियों आमजनता ने आग्रह पत्र लिखकर मोदी सरकार से सेंट्रल पुल के नियम को शिथिल करने की मांग की। क्या भाजपा के नेताओं ने छत्तीसगढ़ के किसानों के हित में सेंट्रल पुल के नियम को शिथिल रखने की मांग करते हुए कोई पत्र लिखा है तो वे सार्वजनिक करें?
किसानों के धान 2500 रुपया क्वि की दर से खरीदने से बाजार में अफरा तफरी कैसे मचेगी बताये ?भाजपा नेताओं के पास किसानों के हित की बात करने का टाइम नहीं था अब नगरी निकाय चुनाव में भाजपा किसानों की हितैषी होने का नौटंकी कर रही है जनता भाजपा नेताओं को सबक सिखाएगी नगरी निकाय चुनाव में भाजपा परास्त होगी ।

Author: Sudha Bag

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