अब किस रिश्ते पर करें विश्वास, ना घर पर सुरक्षित और ना बाहर ।

जिस परिवर्तन को आप दुनिया में देखना चाहते हैं, उसकी पहल खुद क्यों न करें
इस सोच के साथ सामाजिक सेवा संस्था *कुछ फ़र्ज़ हमारा भी#KFHB* सामने आई और मात्र कुछ ही घंटों में ये चरितार्थ भी कर दिया । घटनाक्रम कुछ यूं है कि संस्था के सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया पर एक मैसेज डाला गया जिसमें लिखा गया था कि अगर कहीं भी , कभी भी , किसी भी बहन-बेटी को मदद की आवश्यकता हो तो दिए गए नंबर पर सम्पर्क करे। मात्र एक घंटे के भीतर ही सूचना प्राप्त हुई कि नवापारा राजिम क्षेत्र में एक दुष्कर्म पीड़िता है जिसे संभवतः मदद की जरूरत है । संस्था सदस्यों की टीम बिना देर किए मामले की छानबीन में जुट गई और सबसे पहले महिला हेल्पलाइन 181 को पूरी घटना की जानकारी दी । महिला हेल्पलाइन 181 द्वारा गेवरा नवापारा थाने को तुरंत घटना की जानकारी दी गई। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्यवाई की और पीड़िता को उसके माँ-पिता के साथ थाने लाकर कार्यवाई शुरू कर दी । पीड़िता का बयान दर्ज होते तक संस्था के अध्यक्ष नितिन सिंह राजपूत, सदस्य स्मारिका राजपूत, अमित राजपूत और आभा बघेल रायपुर से नवापारा थाना पहुच चुके थे । थोड़ी देर बाद कथित आरोपी को भी थाने लाकर हिरासत में ले लिया गया।

घटनाक्रम कुछ इस प्रकार है-
संस्था की एक सदस्य मौसमी सिंह के द्वारा उक्त क्षेत्र की मितानिन की सूचना पर 4 दिसंबर को संस्था से संपर्क किया गया कि किसी बच्ची को, जो कि अविवाहित और गर्भवती है, मदद की जरूरत है।
पीड़िता जो कि 18-19 वर्ष के लगभग होगी, लगभग 6 माह की गर्भवती थी। उसने बताया कि उसकी सौतेली माँ के पिता अर्थात उसके नाना रामू साहू, परसदा रायपुर ने उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए थे । वह उसके घर पर अकेले रहने पर उसके साथ जोर जबरदस्ती करता था । परिणामस्वरूप पीड़िता को गर्भ ठहर गया और दिखने भी लगा ।  इसके बाद भी किसी ने उसकी सुध नहीं ली। बताया गया है कि पीड़िता को मिर्गी के दौरे भी आते हैं और वह शायद मानसिक विकलांग भी है। ये जानकारी भी मिली कि पीड़िता के माँ-पिता ने किसी डॉक्टर को भी दिखाया था परंतु न तो उन्होंने और न ही डॉक्टर ने उक्त घटना की सूचना किसी अधिकारी या पुलिस को देने की जरूरत समझी। पीड़िता ने बताया कि घर के लोग उसके साथ मारपीट भी करते थे। संस्था की पहल पर ही यह मामला उजागर हुआ और तुरंत कार्यवाई के कारण पीड़िता को डाक्टरी जांच के बाद सखी सेन्टर रायपुर में ला कर रखा गया । आज उसकी सोनोग्राफी कराई गई। कल पीड़िता को 164 के बयान के लिए मजिस्ट्रेट के सामने पेश किए जाने की बात की गई है।

जिस प्रकार इस संस्था के सदस्य खुलकर सामने आए और मदद की , उसी परिवर्तन की समाज को आवश्यकता है। स्मारिका राजपूत ने बताया कि सखी सेन्टर की डी एस पी पूजा पांडेय जी का उक्त कार्यवाही में पूर्ण सहयोग रहा। नितिन राजपूत और अमित राजपूत ने लोगो से अपील की कि लोगो की मदद के लिए खुलकर सामने आएं। आभा बघेल ने इस दुष्कृत्य की भर्त्सना करते हुए आरोपी को तुरंत सजा दिलाने की मांग की।

श्रीमती यशा ¥ की रिपोर्ट 🖋️

Author: Sudha Bag

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