रायपुर। गुढ़ियारी में बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज के मुखारविंद से हो रही श्रीराम कथा का आज पहला दिन है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पावन धरती जहां, श्रीराम को भांजा माना जाता है। हर घर में भांजे को प्रणाम किया जाता है, यह संस्कृति कहीं और नहीं है। इस पावन धरती को प्रणाम करता हूं। जहां सतरूपा ने माता कौशल्या के रूप में जन्म लिया। उन्होंने छत्तीसगढ़िया सब ले बढ़िया कहकर कथा सुन रहे लोगों का स्वागत किया। छत्तीसगढ़ महतारी सुनते हैं लेकिन कोई और प्रदेश को महतारी नहीं कहते। हमारा देश माताओं का देश है। मोर छत्तीसगढ़ महतारी, तोर महिमा हावे भारी, भजन की प्रस्तुति दी। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि श्रीराम समेत चार नहीं पांच भाई है। हनुमान भी श्रीराम के भाई हैं। सभी रानियों के खीर खाने और माता अंजनी के द्वारा भी वही खीर खाने और हनुमान के जन्म लेने की कथा सुनाई।