छत्तीसगढ़ी संस्कृति को संजोने युवाओं की पहल उजियार हमर चिन्हारी के

 

छत्तीसगढ़ी संस्कृति के प्रचार हेतु उजियार हमर चिन्हारी का सफल आयोजन रायपुर के टिकरापारा स्थित सिद्ध श्री हरदेव लाला मंदिर प्रांगण में 29अक्टूबर को किया गया।इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी लोकनृत्यों की कार्यशाला सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक छत्तीसगढ़ी फिल्म एवम् लोक कलाकार प्रांजल सिंह राजपूत द्वारा लिया गया जिसमे प्रांजल जी ने सभी को सुवा,पंथी, करमा और राऊत नाचा का प्रशिक्षण दिया साथ ही उस नृत्य से संबंधित जानकारी भी दी।इसके बाद हमर गुरतूर गोठ छत्तीसगढ़ी ओपन माइक में विभिन्न जिले से आए युवा लगभग 50 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी अपनी रचना का पाठ किया। उसके बाद शाम 7 बजे लोकनृत्य सुआ,करमा,पंथी की सामूहिक प्रस्तुति हुई जिसमे लगभग 2500 से भी अधिक लोगो की उपस्थिति रही और सभी ने झूम कर लोकनृत्य का आनंद लिया।अलग अलग जिलों से लोग इस उजियार कार्यक्रम में अपनी सहभागिता निभाने पहुंचे थे।कार्यक्रम का संचालन पायल विशाल और वेदप्रकाश साहू के द्वारा किया गया।उजियार टीम के सदस्यों में संयोजक नागेश वर्मा,सहसंयोजक आदित्य साहू,कार्यक्रम प्रभारी बलराम यादव,कार्यशाला गुरु प्रांजल राजपूत,जित्तू दुलरवा, मुक्कु साहू,दुष्यंत साहू,मनीष कोटवानी और भी युवा कलासवांगा, अरपा स्टूडियो,शिव शक्ति मोबाइल,आकाश का सफर, मीमर टूरा ,,इन सहयोगी संस्थान का बहुत साथ मकार्यक्रम के मुख्य अतिथि पार्षद चन्द्रपाल धनगर जी,अन्तरराष्ट्रीय रंगोली कलाकार प्रमोद साहू जी, लोक कलाकार सावित्री कहार एवं लेखक व पत्रकार गजेन्द्र रथ वर्मा जी शामिल रहे।साथ ही अन्य अतिथियों में लोकगायक कांतिकार्तिक यादव,ओ.पी. देवांगन, लोकगायिका योगिता मढरिया ,न्यूज एंकर तृप्ति सोनी जी,क्रांति सेना से धीरेंद्र साहू जी एवम् बहुत से नामचीन युवा कलाकार सम्मिलित रहे।

उजियार के संयोजक नागेश वर्मा (छत्तीसगढ़िया बाबू) ने बताया कि इसके पहले भी हमने विभिन्न प्रकार के छत्तीसगढ़ी कार्यक्रम अलग अलग संस्थानों के साथ मिलकर करवाया है।तो उसी कार्य को आगे ले जाने और कला को जीवंत रखे रहने के उद्देश्य को लेकर यह आयोजन किया जा रहा है और आगे ही विभिन्न आयोजन उजियार टीम के द्वारा किया जायेगा।

Author: Sudha Bag

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