– विगत कुछ दिनों से रायपुर के मुख्य मार्गों, चैक-चैराहों, गार्डन, रेलवे स्टेशन, बस स्टैण्ड, विभिन्न सार्वजनिक स्थलों एवं खासकर यातायात सिग्नल के पास वाहनों के रूकने के दौरान छोटे-छोटे बच्चों, महिलाओं एवं वृद्धों के द्वारा भीख मांगते हुए देखा जा रहा था, जिससे उनके एवं अन्य राहगीरों के साथ किसी प्रकार की घटना/दुर्घटना होने की प्रबल संभावना बनी हुई थी।
भिक्षावृत्ति में लगे बच्चों, महिलाओं एवं वृद्धों की अधिक संख्या को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय श्री प्रशांत अग्रवाल द्वारा उक्त तथ्य को गंभीरता पूर्वक लेते हुये रायपुर पुलिस के समस्त राजपत्रित अधिकारियों एवं थाना प्रभारियों को उनके संबंधित क्षेत्रों के मुख्य मार्गों, चैक-चैराहों, गार्डन, सार्वजनिक स्थलों व यातायात सिग्नलों में भिक्षा मांग रहे भिक्षुकों को पण्डरी, मोवा स्थित भिक्षुक आश्रय स्थल में दाखिल कराने हेतु निर्देशित किया गया। जिस तारतम्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आई.यू.सी.ए.डब्ल्यू श्रीमती चंचल तिवारी तथा उप पुलिस अधीक्षक अपराध श्री दिनेश सिन्हा के पर्यवेक्षण में दिनांक 26.10.2022 एवं 27.10.2022 को संबंधित थानों के थाना प्रभारियों एवं अन्य थाना स्टाॅफ, एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा आई.यू.सी.ए.डब्ल्यू स्टाॅफ की संयुक्त टीम द्वारा इस दिशा में विशेष अभियान चलाते हुए रायपुर में दीगर राज्यों व राज्य के विभिन्न जिलों व शहरों जैसे गरियाबंद, बलौदाबाजार, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, राजनांदगांव, बेमेतरा, राजिम, शिवरीनारायण आदि जगहों से आये लगभग 40 से अधिक भिक्षावृत्ति में लगे लोगों को रायपुर के पण्डरी, मोवा स्थित आश्रय स्थल में दाखिल कराकर उनके आश्रय व देखभाल की उचित व्यवस्था उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही पुलिस अधिकारियों द्वारा भीख मांगने वाले छोटे-छोटे बच्चों के माता-पिता व परिजनों की पहचान कर बच्चों से भिक्षावृत्ति नहीं कराने हेतु समझाईश दिया गया तथा चैक-चैराहों खासकर यातायात सिग्नल्स में वाहनों के रूकने पर चलता फिरता सामान बेचने वालों को बीच सड़क पर सामान न बेचकर निर्धारित स्थान पर ही सामान बेचने की हिदायत दी गई ताकि उनके साथ किसी प्रकार दुर्घटना घटित न हो तथा राहगिरों को किसी प्रकार की परेशानियों का सामना न करना पड़े।
रायपुर पुलिस का यह विशेष पहल भविष्य में भी लगातार जारी रहेगा।