रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार नशाखोरी बढ़ रही है। शहर के कई युवा नशे के चंगुल में फंस रहे है NSUI के युवा नेता प्रशांत गोस्वामी

रायपुर। राजधानी रायपुर में लगातार नशाखोरी बढ़ रही है। शहर के कई युवा नशे के चंगुल में फंस बर्बादी के कगार पर पहुंच रहे हैं। नेशनल स्टूडेंट यूनियन के NSUI रायपुर युवा नेता प्रशांत गोस्वामी ने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि युवा वर्ग को नशे की गिरफ्त में जाने से बचना हम सब की जिम्मेदारी है।

Nsui युवा नेता रायपुर प्रशान्त गोस्वामी ने आज पत्रकार वार्ता में मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि आज के समय में युवा वर्ग अपने करियर में ध्यान न देकर नशें की गिरफ्त में जा रहा है। जिसका मुख्य कारण नशे के माफिया है। प्रशांत गोस्वामी ने आगे कहा कि रायपुर के अंबुजा मॉल में TMC और EDLपब है जो की देर रात तक चलता है। यंहा अवैध रूप से नाबालिगों को भी शराब परोसी जाती हैं। TMC पब शनिवार को एक दिन के लिये लिकर सर्विस लाइसेंस लेती है और पूरे हफ्ते अवैध रूप से शराब बेचती है।

TMC और EDL के संचालको द्वारा देर रात तक ग्राहकों को बैठा कर शराब पिलाने का काम किया जाता है और बाहरी लोगों को देर रात तक शराब पार्सल कर बेचा जाता। इन पब में 18 वर्ष से कम उम्र के नबालिग लड़के-लड़कियों की उपस्थिति देखने को मिलती है जमकर शराब का सेवन करते हैं। जिससे शहर का माहौल बिगड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को कई बार सही शिकायत की जा चुकी है , । इन पबो के द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है मगर इसे देखने वाला कोई नहीं है

प्रशांत ने कहा कि आबकारी अधिनियम के तहत पब,क्लब और बार को दोपहर 12 बजे से 12 बजे रात तक चलाने का समय निर्धारित है। परंतु अंबुजा मॉल के TMC और EDLपब रात 12 बजे के बाद भी नियम का उल्लंघन करते हुए देर रात तक शराब पिलाने का काम कर रहा है। ऐसे में पब संचालक के विरुध कड़ी कार्यवाही कर उनके पब को सील किया जाना चाहिए। प्रशांत गोस्वामी ने कहा कि इन दोनों पब में कार्यवाही के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय को ज्ञापन भी सौंपा गया है उन्होंने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। अगर इन पबो के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं होती है तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसके जवाबदार वे स्वयं होंगे।

प्रशांत गौतम ने आगे कहा कि एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा लेट फीस पटाने वाले छात्र छात्राओं से 15000 रुपये पेनाल्टी ली जा रही है और यूनिवर्सिटी 100 प्रतिशत प्लेसमेंट का दावा करती है लेकिन सिर्फ 30 प्रतिशत छात्रों को ही रोजगार मिल पाता है। प्रशांत ने कहा कि एमिटी यूनिवर्सिटी AICTCI के बिना मान्यता के बड़े टेक्निकल कोर्स का संचालन कर रही है। AICTCI के मान्यता के बिना कोई यूनिवर्सिटी टेक्निकल कोर्स का संचालन कर रही है तो उनके भविष्य की जिम्मेदारी स्वयं छात्रों की होगी जो छात्रों के साथ छलावा है। जिसका NSUI पुरजोर विरोध करती है। प्रशांत ने आगे कहा कि अगर एमिटी विश्विद्यालय AICTCI के अनुमति के बिना टेक्निकल पाठ्यक्रमों के संचालन बंद नही करती है और पेनाल्टी के पर छात्रों से 15000 रुपए की अवैध वसूली करना बंद करती है तो NSUI इनके खिलाफ अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल करेगी।

Author: Sudha Bag

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