नई दिल्ली आईएनएक्स मीडिया भ्रष्टाचार मामले में फसे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम तिहाड़ जेल में दाखिल किए गए है. जेल में चिदंबरम की रात सीमेंट के फर्श पर ही गुजरी। बिछाने के लिए दरी और चादर दी गई। रात के भोजन में उन्होंने दाल, रोटी और सब्जी खाई।
जेल में उनकी दिनचर्या सुबह छह बजे शुरू होगी। सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक उन्हें उन तमाम प्रक्रियाओं का सामना करना होगा जो अन्य कैदी करते हैं। सुबह छह बजे सोकर उठने के बाद सात बजे वह अपने सेल के बाहर निकलकर कैदियों की गिनती में शामिल होंगे। तिहाड़ जेल के अतिरिक्त महानिरीक्षक राजकुमार ने बताया कि जेल की सेल में चौकी या चबूतरे की सुविधा नहीं दी सकती।
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री चिदंबरम को राउज एवेन्यू में एक विशेष सीबीआई अदालत से बृहस्पतिवार को नीले रंग की पुलिस बस में जेल में लाया गया। यह अजीब इत्तेफाक है कि उन्हें जेल नंबर 7 में बंद किया गया है जहां उनका बेटा आईएनएक्स मीडिया मामले में ही पिछले साल 12 दिनों तक रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि जेल को पहले ही तैयार कर दिया गया था क्योंकि जेल अधिकारियों को आभास था कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खिलाफ चल रहे अदालती मामलों के मद्देनजर उन्हें यहां लाया जा सकता है। जेल नंबर 7 में दरअसल वे कैदी रहते हैं जो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के मामलों का सामना करते हैं।
तिहाड़ जेल में दाखिल होने से पूर्व बाहर खड़े मीडियाकर्मियों को देखकर चिदंबरम थोड़ा मुस्कुराये जरूर थे पर परिसर में दाखिल होने के बाद कुछ बेचैन नजर आए। सुरक्षा कारणों को देखते हुए उन्हें बैरक की बजाय सेल में रखा गया है। सेल के अंदर ही एक बाथरूम है। जेल अधिकारियों के अनुसार उनके सेल में अभी उनके साथ कोई अन्य कैदी नहीं रखा गया है।
बतादें तिहाड़ जेल में दिवंगत कांग्रेस नेता संजय गांधी, पूर्व जेएनयूएसयू नेता कन्हैया कुमार, राजद प्रमुख लालू यादव, उद्योगपति सुब्रत रॉय, गैंगस्टर छोटा राजन और चार्ल्स शोभराज, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई हाई-प्रोफाइल कैदी रह चुके हैं। निर्भया सामूहिक दुष्कर्म के दोषी भी इसी जेल में बंद हैं।