रायपुर 25 अप्रैल 2022। कांग्रेस विधायक एवं दलित नेता जिग्नेश मेवाणी की आलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तारी एवं 3 दिनो पुलिस हिरासत मे भेजे जाने के विरोध मे राष्ट्रीय सचिव एवं असम प्रभारी विकास उपाध्याय के नेतृत्व मे शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे एवं ग्रामीण अध्यक्ष उधोराम वर्मा के साथ प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधीश से मुलाकात की एवं जिग्नेश मेवाणी को जल्द से जल्द रिहाई करने की मांग की।
राष्ट्रीय सचिव एवं असम प्रभारी विकास उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजरात मे साम्प्रदायिक झडपो के खिलाफ शांति की अपिल करने कह रहे थे। जिसे केंद्र मे बैठी भाजपा सरकार को न गवार गुजरी और साजिश के तहत असम सरकार द्वारा आलोकतांत्रिक तरीके से गिरफतार किया गया। असम के मुख्यमंत्री को विधायक की गिरफ्तारी पर पूछा जाता है तो वह इस संबंध मे किसी भी प्रकार की जानकरी नही होने की बात कहते है।
शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे ने कहा कि जिग्नेश मेवाणी को पालमपुर सर्किट हाउस से असम पुलिस द्वारा भाजपा सरकार के इशारो पर योजनाबद्ध और असवैधानिक तरीके से गिरफ्तार किया जाता है। जो भारतीय संविधान के द्वारा विपक्ष और आमजन को दिये गये अभिव्यक्ति की आजादी, अधिकार का खुला उल्लंघन है।
ज्ञापन सौपने वालो मे शहर प्रवक्ता बंशी कन्नौजे अविनय दुबे शब्बीर खान जीतु तांडी एन.के. पटेल प्रणव ठाकुर मुज्जफर जामा मोहसीन खान गोपाल श्रीवास आदि उपस्थित थे।