कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा ने 20173 वोटों से अपने करीबी प्रतिद्वंदी बीजेपी के कोमल सिंह जंघेल को मात दे दी है। तमाम कोशिश के बावजूद BJP जीत दर्ज करने में सफल नहीं हो सकी। जबकि JCCJ के खाते में रही इस सीट को उसके उम्मीदवार नरेंद्र सोनी नहीं बचा सके। यहां तक कि उनकी जमानत भी जब्त हो गई। कांग्रेस की जीत में सबसे अहम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को माना जा रहा है। यही वजह है कि पिछले चुनाव में तीसरे स्थान पर आने के बाद इस उपचुनाव में रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की है। कांग्रेस कार्यकर्ता भूपेश बघेल का मुखौटा लगाकर जीत का जश्न मना रहे हैं।
खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने भी मोर्चा संभाला हुआ था. न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर जनता तक कांग्रेस की बात को पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोहम्मद अकबर को अहम जिम्मेदारी सौंपी थी, जिसे पूरी संजीदगी से निभाते हुए मोहम्मद अकबर ने स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कांग्रेस प्रत्याशी को जीत दिलाने में अहम भूमिका दिलाई।
बता दें कि कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। उनका यह सिलसिला जो शुरू हुआ, वह कायम ही रहा। हालांकि कुछ राउंड के दौरान बीच में BJP प्रत्याशी ने इस अंतर को जरूर कम किया। कांग्रेस 14वें राउंड तक 14072, 13वें राउंड में 13,175 वोट और 11वें राउंड में 11903 वोटों से आगे थी। कांग्रेस में जीत का जमकर जश्न चल रहा है। खैरागढ़ से लेकर रायपुर तक कांग्रेसी ढोल बजाकर डांस कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस की खासी बढ़त को देखते हुए भाजपा कार्यकर्ता मतगणना स्थल से अब लौटने लगे हैं।