शिवप्रकाश ने माना कि भाजपा के पास मुद्दो का अकाल मोदी के मन की बात कोई सुनना नहीं चाहता भाजपाई गांधी जी के बहाने भीड़ एकत्रित करना चाह रहे

 

शिवप्रकाश ने माना कि भाजपा के पास मुद्दो का अकाल
मोदी के मन की बात कोई सुनना नहीं चाहता भाजपाई गांधी जी के बहाने भीड़ एकत्रित करना चाह रहे
गोड़से के पुजारी बापू की पुण्यतिथि पर नमन करने का ढोंग करेंगे

रायपुर/29 जनवरी 2022। भाजपा के राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री शिवप्रकाश द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को जनहित के मुद्दों पर मुखर होने मंत्रियों, विधायकों की कमजोरी खोजने के निर्देश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों की नहीं अपने संगठन की कमजोरी खोजे भाजपाई। भाजपा अपने गुटीय लड़ाई और बौद्धिक दिवालियेपन को दूर कर लें फिर कांग्रेस नेताओं की कमियों को खोजे। शिवप्रकाश के निर्देश से स्पष्ट हो गया कि छत्तीसगढ़ में भाजपा मुद्दों के अकाल से जूझ रही है। पहले उन्होंने सांप्रदायिक उन्माद भड़काने का प्रयास किया फिर झूठे धर्मांतरण के मुद्दे को हवा देने का प्रयास किया जब जनता ने नकार दिया तो अब भाजपाई नया शिगूफेबाजी करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा नेतृत्व द्वारा कार्यकर्ताओं को गांधी पुण्यतिथि पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजली देकर प्रधानमंत्री के मन की बात सुनने के लिए कहा जाना भाजपा का राजनीतिक स्वांग है। अब देश की जनता मोदी के मन की बात नहीं सुन रही तो भाजपा कार्यकर्ताओं को ठेका दिया गया है कि वे गांधी के नाम पर भीड़ एकत्रित कर मोदी की मन की बात सुनाये। इससे बड़ा ढोंग क्या हो सकता है कि गोड़से के पुजारी बापू को श्रद्धांजलि देंगे! हाल ही धर्मसंसद में जिनका एजेंडा लेकर महात्मा गांधी के विरुद्ध अपशब्द कहे गए, समूची भाजपा गांधीजी को गाली देने वाले के साथ खड़ी थी। वे अब गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का मार्गदर्शन दे रहे हैं। भाजपाईयों को गांधी जी को श्रद्धांजली देने के पहले नाथूराम गोंड़से मुर्दाबाद के नारे लगाने चाहिए। गांधी और गोंडसे की भक्त एक साथ संभव नहीं है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि दरअसल भाजपा ने मोदी के मन की बात सुनने, सुनवाने का आदेश अपने कार्यकर्ताओं को दिया है, जिनको देश की जनता के मन की बात सुनने की कभी फुर्सत नहीं मिलती, जो न विपक्ष की बात सुनते और न देश के किसान की, न करोड़ों बेरोजगार युवाओं की, न गरीब की, न महंगाई की मार झेल रही मां बहनों के मन की बात सुनते है। जनहित के मुद्दे उठाना और जनता का हित सोचना केवल गांधीवादी विचारधारा का संकल्प है। गोड़सेवादियों से जनहित के लिए मुखर होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। भाजपा छत्तीसगढ़ में तीन साल से कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार के जनहित के फैसलों का विरोध कर रही है और मुद्दाविहीन भाजपा यहां के सद्भाव को बिगाड़ने की साजिश कर रही ह

Author: Sudha Bag

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