रायपुर (छत्तीसगढ़) धर्मनाथ जिन प्रसाद एवं जिनकुशलसूरि दादावाडी अंजनशलाका प्रतिष्ठा एवं दीक्षा प्रसंगे दशान्हिका महोत्सव के मंगल कार्यक्रम संपन्न होने के अवसर पर भव्यातिभव्य दिक्षाकल्याण शोभायात्रा में विधायक विकास उपाध्याय शामिल हुए। यह कार्यक्रम ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट रायपुर द्वारा आयोजित किया गया था। शोभायात्रा नगर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर इस शोभायात्रा का समापन हुआ। इस दौरान यात्रा का जगह-जगह पूजा अर्चना कर स्वागत किया गया। यात्रा के समापन के पश्चात शोभायात्रा में रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्र एवं देश के विभिन्न प्रदेशो से आए जैन समाज के लोग इस शोभायात्रा में शामिल हुए।
विकास उपाध्याय ने कहा शोभा यात्रा निकालने का उद्देश्य धर्मनाथ जिन प्रसाद एवं जिनकुशलसूरि के वाणी का उपदेशों का प्रचार प्रसार कर लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करना है। तीर्थंकर महावीर स्वामी अहिसा के मूर्तिमान प्रतीक थे। उनका जीवन त्याग और तपस्या से ओतप्रोत था। उन्होंने एक लंगोटी तक का परिग्रह नहीं रखा। हिसा, पशुबलि, जात-पात का भेद-भाव जिस युग में बढ़ गया, उसी युग में भगवान महावीर का जन्म हुआ। उन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा का पाठ पढ़ाया। दुनिया को जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए जिसमें अहिसा, सत्य, अपरिग्रह, अचैर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य हैं।
इस अवसर पर ऋषभदेव मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय कांकरिया, कार्यकारी अध्यक्ष अभय कुमार भंसाली, ट्रस्टी त्रिलोकचंद बरडिया, ट्रस्टी राजेन्द्र गोलछा, ट्रस्टी उज्जवल झाबक, रमेश झाबक सहित समाज के गणमान्य नागरिक और समाज के वरिष्ठजन उपस्थित रहे। इस अवसर पर आचार्य प्रवर जिनमणीप्रभसूरीश्वरजी म.सा. एवं आचार्य प्रवर जिनपीयुषसागरसूरीश्वरजी म.सा. से आर्शीवाद ग्रहण किये।