पिछले 14 सालों से लगातार हमारा प्रयास रहा है कि हम अपने देश को एक ही नाम से पुकारें केवल ‘भारत’ । मैं भारत हूं फाउंडेशन एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है, संस्था ने विश्व के कोने-कोने में फैले भारतीयों को बताने का प्रयास किया है कि नाम का कभी अनुवाद नहीं होता, भारत को केवल ‘भारत’ ही बोला जाना चाहिए और इसमें आंशिक सफलता भी मिली है। संस्था ने भारत का ही एक राज्य उत्तर प्रदेश के हर गलियों में रथ यात्रा निकाली। भारत की राजधानी ‘दिल्ली’ में जन-जन तक अभियान को पहुंचाने के लिए भारत मां के रथ के साथ लोगों से संपर्क किया। दिल्ली के सुप्रीम कोर्ट के प्रांगण में अधिवक्ताओं के बीच कार्यक्रम किया। दिल्ली में स्थापित जनपथ में बाबा साहेब अंबेडकर इंटरनेशनल सभागार में विशाल कार्यक्रम किया, जिसमें कई राजनीतिक दलों के शिरोधार्य उपस्थित हुए। भारत की जितनी भी सामाजिक संस्थाएं हैं उनसे संपर्क किया गया। देश के कोने कोने में रहने वाले भारतीयों से सोशल मीडिया के माध्यम से संबंध स्थापित कर पूछा गया कि देश का नाम एक ही कैसे हो केवल ‘भारत’, क्योंकि हजारों सालों से हमारे देश का नाम ‘भारत’ ही रहा है यह वैदिक पुराणों में भी हमें लिखा मिलता है।
‘भारत’ को केवल ‘भारत’ ही बोला जाए’ अभियान को आंशिक सफलता भी मिली है लेकिन जब तक भारतीय संविधान के अनुच्छेद क्रमांक १ में, जहां इंडिया देट इज भारत लिखा है वहां भारत ईज भारत’ नहीं लिखा जाएगा तब तक हम भारतीय चौन से नहीं बैठेंगे ।
‘मैं भारत हूँ फाउंडेशन के पदाधिकारीयों ने भारत के केंद्रीय सरकार, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल आदि से संपर्क कर निवेदन किया है की देश का नाम एक ही रहे ‘भारत जब तक विश्व के मानचित्र यानी कि Globe में INDIA की जगह BHARAT नहीं लिखा जाएगा. हम भारतीय चौन से नहीं बैठेंगे। आज मैं भारत हूं फाउंडेशन’ के पदाधिकारी आपके समक्ष निवेदन लेकर आए हैं की छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर’ का हर बच्चा, युवा बुजुर्ग, महिला पुरुष जब भी किसी का अभिवादन करे जय भारत’ से करे।
हमें पूरा विश्वास है कि आप सभी का साथ हमें मिलेगा और आप अपने प्रमुख समाचार पत्र-पत्रिकाओं में ‘भारत नाम सम्मान’ अभियान का उल्लेख जरूर करेंगे और जन जन तक यह बात पहुंचाने में साथ देंगे, क्योंकि हम सभी भारतीय हैं भारत के रहने वाले हैं और हमारे देश का नाम एक ही रहे केवल भारत जय भारत!