पुलिस मुख्यालय घेरने जा रहे पुलिस परिवार के सदस्यों को गिरफ्तार कर सप्रे स्कूल कैम्पस में रखा गया है,जहां वे गेट पर बार बार पुलिस के साथ धक्का मुक्की करते रहे। कुछ लोगों को माना थाने में भी रखा गया है। लंबित पुरानी मांगों को लेकर वे विरोध करने राजधानी पहुंचे थे। विरोधकर्ता आवास की सुविधा,पुलिस अफसरों के बंगले में काम बंद न करने जैसे मांगों को लेकर नाराज हैं। कुछ जगहों पर उन्होने चक्का जाम की कोशिश भी की। हालांकि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आवास की समस्या व साप्ताहिक अवकाश जैसे मांग पर पहले ही पुलिस प्रमुख को निर्देशित किया जा चुका है कि इसे हल किया जाए।
पुलिस विभाग की नौकरी छोड़कर पुलिस वालों के लिए काम करने वाले उज्जवल दीवान ने बताया कि पुलिस विभाग के तृतीय श्रेणी के कर्मचारी, जिला तथा सशस्त्र बल के जवानों के साथ ट्रेड सहायक, आरक्षक, गोपनीय, नगर सैनिकों तथा जेल प्रहरी के परिवार से जुड़े लोग आंदोलन में शामिल होने रायपुर पहुंचे हैं। पुलिस परिवार के सदस्य शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं जिन्हे पुलिस विभाग की ओर से जबरिया परेशान किया जा रहा है,गिरफ्तार कर लिया गया है। लेकिन वे अपनी मांगों से पीछे नहीं हटेंगे।
क्या है इनकी मांग–
पुलिस परिवार से जुड़े लोगों की मांग है कि निचले स्तर के पुलिसकर्मियों शोषण पूरी तरह से बंद हो, इसके साथ ही उनसे पुलिस अफसरों द्वारा जो घरेलू तथा अपने निजी कार्य कराए जाते हैं, उस पर रोक लगाई जाए। वेतन विसंगति दूर करने के साथ अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारियों को जो सुविधाएं मिलती हैं, उस तरह की सुविधाएं निचले स्तर के पुलिसकर्मियों को भी दी जाए। साथ ही पुलिस परिवार की सबसे बड़ी मांग है पुलिसकर्मियों को अनिवार्य रूप से साप्ताहिक अवकाश देने के साथ काम का समय निर्धारित किया जाए।