रायपुर/27 नवंबर 2021। मोदी सरकार के द्वारा सेंट्रल पुल में छत्तीसगढ़ से उसना चावल नहीं लेने के फैसले को कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के किसानों के लिये घातक बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा बताएं केंद्र के उसना न लेने पर उसकी क्या राय है? मोदी सरकार को पत्र लिखकर केंद्रीय योजना को रोकने की साजिश रचने वाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विष्णु देव साय और भाजपा के 9 सांसदों को बताना चाहिए कि सेंट्रल पूल में छत्तीसगढ़ के किसानों के धान से बने उसना चावल लेने पर लगाई गई पाबंदी को शिथिल करने कब पत्र लिखेंगे? पीएम एवं केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर छत्तीसगढ़ किसानों की पक्ष मजबूती के साथ कब रखेंगे? मोदी सरकार हर वर्ष धान खरीदी में नए-नए शर्ते लगा रही है। मोदी सरकार सेंट्रल पूल में छत्तीसगढ़ से उसना चावल नहीं लेने का जो फरमान जारी किया है उससे राज्य के किसानों को बड़ा नुकसान होगा। छत्तीसगढ़ के मोटा धान उत्पादक किसानों के साथ अन्याय है। छत्तीसगढ़ में धान उत्पादन 60 प्रतिशत अरवा चावल और 40 प्रतिशत उसना चावल पड़ा होता है। राज्य में 1800 राईस मिल है जिसमें से 500 से अधिक राईस मिल उसना चावल का है, उसना चावल नहीं लेने से ये 500 राईस मिल और वहां काम करने वाले हजारों श्रमिक बेरोजगार हो जायेंगे। इनका क्या होगा? ऐसे में एक ओर 61.5 लाख मीट्रिक टन चावल लेने की सैद्धांतिक सहमति देकर वाहवाही लूटना और दूसरी ओर उसना चावल नही लेने की शर्ते लगाना मोदी और भाजपा के किसान विरोधी चरित्र को उजागर करता है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने भाजपा को 9 सांसद दिए हैं। दुर्भाग्य की बात है ये 9 सांसद छत्तीसगढ़ के सांसद होने का धर्म कभी नहीं निभाते है। छत्तीसगढ़ के साथ लगातार मोदी सरकार भेदभाव कर रही है। केंद्रीय योजनाओं में भी छत्तीसगढ़ को बाहर रखा जा रहा है जीएसटी की राशि और जीएसटी क्षतिपूर्ति की राशि देने में हिलाहवाला किया जा रहा है। जिससे छत्तीसगढ़ का अहित हो रहा है लेकिन भाजपा के 9 सांसद मौन रहकर मोदी सरकार के भेदभाव का समर्थन कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि मोदी भाजपा की सरकार किसानों से किए वादे को पूरा करने में असफल साबित हो चुकी है। ऐसे में भाजपा नेताओं को तकलीफ हो रही है। छत्तीसगढ़ भाजपा नेता मोदी सरकार के पीछे छिपकर छत्तीसगढ़ के धान खरीदी में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा नेताओ के किसान विरोधी चरित्र और मनसूबे को भली भांति पहचान चुकी है।