रायपुर/11 अक्टूबर 2021। पीसीसी उपाध्यक्ष एवं पूर्व सांसद पी.आर. खुंटे ने कहा कि भारत देश में आज चर्चा तो न उसके किसी काम को लेकर है और न ही विकास को लेकर। अगर चर्चा है तो देश के तेजतर्राट फेकू तानाशाही अंदाज के प्रधानमंत्री मोदी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी के तानाशाही प्रवृत्ति की है। इनके अमानवीय कारनामों की लंबी फेहरिस्त है। हम दो हमारे दो की कार्य करने की नीति वही है जो किसी समय अंग्रेजों की भारत पर शासन करने की थी। यानी फूट डालो शासन करो निर्वाचित सरकार में जनप्रतिनिधि खरीद-फरोख्त कर अपनी सरकार बना लो संप्रदायिकता के आड़ में समाजिक भाई चारा खत्म कर दहशत गर्दी की राजनीति करना भाजपा का मुख्य उद्देश बन गया है।
गुजरात मॉडल को देश में लागू करना चाहते हैं जो संभव नहीं है। इनके तानाशाही गलत नीतियों के कारण किसान, मजदूर, गरीब, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समाज, शिक्षित बेरोजगार युवक युवती सभी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। जनता में इनके विरुद्ध जबरदस्त आक्रोश दिखाई दे रहा है आगामी विधानसभा लोकसभा चुनाव में भाजपा की नईया डूबने वाली है। कांग्रेसी सरकार आने वाली है। कांग्रेस सरकार आने के मुख्य कारण भाजपा सरकार की वादाखिलाफी है।
प्रधानमंत्री बनने के पहले मोदी ने जनता के साथ अनेक वादा कर वोट मांगा था। उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं हुआ उन्होंने लोकसभा चुनाव के समय कहा था मुझे एक बार प्रधानमंत्री बना कर देखो एक चुटकी में महंगाई दूर कर दूंगा। आज महंगाई कई गुना बढ़ गया है। प्रतिवर्ष 2 करोड़ शिक्षित बेरोजगारों को नौकरी या रोजगार दूंगा बोला था। नौकरी रोजगार मिलना तो दूर 16 करोड लोगों का नौकरी रोजगार छीन गया। शिक्षित बेरोजगार पकोड़ा तलने बंधुआ मजदूर बनने मजबूर हो रहे हैं विदेशों से काला धन लाऊंगा और प्रत्येक खातेदार के खाते में 15 लाख रुपए जमा करूंगा कहा था। काला धन लाना तो दूर नोटबंदी लागू कर घर का जमा पूंजी बैंकों में लाइन लगवा कर जमा करवा लिया गया। इतना ही नहीं गरीबों से बैंक में खाता खोलवा कर 28 हजार करोड रुपए वसूल कर लिया गया। पैसा के अभाव में कई खातेदारों का खाता शून्य घोषित कर दिया गया। जीएसटी के नाम पर लूट मचा हुआ है। इनके सांप्रदायिक विचारधारा के चलते भारत के लोकतंत्र प्रजातंत्र धर्मनिरपेक्षता यहां तक संविधान के ऊपर खतरा उत्पन्न हो गया है। देश का अर्थव्यवस्था चौपट हो गया है। आतंकवाद नक्सलवाद हावी हो रहा है। संप्रदायिक तत्वों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि आए दिन हिंसा हो रहा है लखीमपुर की घटना इसी तानाशाही मानसिकता का परिणाम है।
सर्वविदित है कि भाजपा चंद पूंजीपतियों से सांठगांठ कर संसद, विधानसभा, न्यायालयों, व मीडिया पर कब्जा कर पूंजीवादी साम्राज्य का किला बनाकर भारत के किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों, गरीबों का शोषण कर मोदी योगी सरकार में बैठे लोग संपत्ति इकट्ठा करने में लगे हैं। यही कारण है कि गुजरात एवं देश में अनेक ऐसे पुंजीपति हैं जो भाजपा सरकार के सहयोग से प्रतिदिन हजारों करोड़ रुपए कमाने में लगे हैं। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ने अपने लिए दो हवाई जहाज खरीदा है जिसकी कीमत 16 हजार करोड़ रुपए है। इंडियन एयरलाइंस को अपनी करीबी दोस्त के पास मात्र 18 हजार करोड़ रुपए में बेच कर कई हजार करोड़ रुपए की चंदा वसूल कर देश को चुना लगाया है।
इतना ही नहीं लोकसभा में बिना बहस के चंद पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने 3 किसान विरोधी कानून रातों-रात लागू कर दिया गया। अनिश्चितकालीन किसान आंदोलन के बाद भी पूंजी पतियों के दबाव में आकर यह काला कानून वापस नहीं लिया जा रहा है। किसान आंदोलन ही आगामी चुनाव में भाजपा को ले डूबेगी किसान और मजदूर को भाजपा वाले धन उत्पादन के साधन बनाना चाहते हैं। जरूरत है तो उपयोग करो, दिल चाहा फेंक दो जन गण के तकलीफों से इनको कुछ नहीं लेना देना है। इनका पूरा शासन तंत्र का चरित्र भ्रष्टाचारी व तानाशाही बन गया है। कांग्रेस लंबे समय तक देश का सेवा किया है किंतु अभी तक दिल्ली में कांग्रेस का भवन नहीं बन सका। भाजपा सरकार बने 7 साल हुआ है, दिल्ली में 5 सितारा वाला सर्व सुविधायुक्त भाजपा कार्यालय हजारों करोड़ में बन गया। पार्टी फंड में 85 हजार करोड़ जमा हो गया। यह पैसा कहां से आया ? सभी प्रदेशों में सैकड़ों करोड़ रुपए की लागत से भाजपा कार्यालय बन गया है शोषण करना इनका जीवन धर्म है। मोदी योगी शाह घटिया है, इनका सबका काम घटिया है। चाय बेचने वाले दुर्भाग्य से देश का संपत्ति बेचने वाला प्रधानमंत्री बन गया। राहुल गांधी एवं प्रियंका गांधी की सादगी और शालीनता उनकी देश भक्ति सर्वविदित है इसलिए लोकतंत्र, प्रजातंत्र, संविधान एवं किसान के हितों की रक्षा करने आगामी चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनाना समय की मांग है।