डॉक्टर मनोज लाहोटी को महिला आयोग बुलाकर बंद कमरे में की मारपीट


4 सितंबर 2021 को दोपहर 2:00 बजे एक सुनवाई के लिए डॉ मनोज लाहोटी को राज्य महिला आयोग के दफ्तर बुलाया गया था । जब वे वहां पहुंचे तो राज्य महिला आयोग की चेयरमैन श्रीमती किरणमई नायक वहां नहीं थी । इस दौरान उनके पीए अभिषेक सिंह ने डॉ मनोज लाहोटी को एक कमरे में बंद कर (जहां पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं था) घुटनों के बल बैठाकर अश्लील गालियां देते हुए बहुत बुरी तरह से मारा तथा उनका मोबाइल भी छीन लिया। वे किसी तरह वहां से छूटकर सिविल लाइंस थाने पहुंचे ।घटना की सूचना मिलते ही तुरंत बड़ी संख्या में डॉक्टर सिविल लाइंस थाने पहुंचे । जहां श्रीमती किरणमई नायक के निजी सचिव अभिषेक सिंह के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करवाई गई । उसके बाद सभी लोग राज्य महिला आयोग के ऑफिस पहुंचे तथा श्रीमती किरणमई नायक के दफ्तर में धरना देकर बैठ गए । पुलिस द्वारा हमें जानकारी दी गई कि पुलिस ने अभिषेक सिंह को वहीं से गिरफ्तार किया । इसके पश्चात आईएमए के सदस्यों ने मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उन्हें इस घटना की जानकारी दी ।
अगले दिन 5 सितंबर को आई एम ए रायपुर की मेडिकल कॉलेज रायपुर में जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई गई । सभी सदस्य आक्रोशित थे मीटिंग में आगे के कदमों के बारे में गहन चर्चा और विचार विमर्श के बाद माननीय राज्यपाल और माननीय स्वास्थ्य मंत्री से मिलने का निर्णय लिया गया।


6 सितंबर को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन रायपुर का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेश सिन्हा तथा रायपुर अध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल माननीय अनुसुइया उईके जी तथा माननीय स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव से मिला। दोनों को 4 सितंबर को घटित दुर्भाग्यजनक घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, जिसमें राज्य महिला आयोग के ऑफिस में डॉ मनोज लाहोटी के साथ घटी अमानवीय घटना में उन्हें महिला आयोग चेयरमैन श्रीमती किरणमई नायक के निजी सचिव अभिषेक सिंह ने एक बंद कमरे में बुरी तरह से मारा था। राज्यपाल ने चिकित्सकों की बातों को बहुत ध्यान से सुना और इस अमानवीय घटना के प्रति खेद और चिंता व्यक्त की । उनसे सनम्र निवेदन किया गया कि महिला आयोग न्यायालयीन परिसर है, वहां इस तरह की मारपीट की घटना कैसे तथा किसकी शह पर की गई यह जांच का विषय है और इस असामान्य घटना के दोषियों को चिन्हित कर दंड दिया जाए ताकि आने वाले समय में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो तथा न्यायालयीन परिसर में जाने से लोग डरें नहीं। राज्यपाल महोदया ने आश्वासन दिया कि वे इस विषय में आवश्यक निर्देश जारी करेंगी तथा घटना की जांच करवाएंगी । माननीय राज्यपाल महोदया ने फोन पर गंभीर अवस्था में रामकृष्ण केयर अस्पताल में भर्ती डॉक्टर मनोज लाहोटी से बात की और उन्हें ढांढस बंधाया । लगातार बारिश तथा खराब मौसम के बावजूद प्रतिनिधिमंडल के साथ शहर के 50 से अधिक चिकित्सक मौजूद थे। तत्पश्चात सभी चिकित्सक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव जी से मिलकर छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ मनोज लाहोटी के साथ हुई मारपीट की संपूर्ण दुर्घटना की जानकारी देने के लिए उनके निवास स्थान पहुंचे । टीएस सिंह देव ने सभी चिकित्सकों को बारी-बारी से सुना और इस गंभीर दुर्घटना के प्रति चिंता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो । इसकी पुलिस स्तर पर सभी पहलुओं पर जांच की जाए ,इसके लिए वह संबंधित अधिकारियों से बात करेंगे ।

Author: Sudha Bag

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