फिल्मों की शूटिंग लॉकडाउन और कोविड से लुकाछिपी खेलते हुए हो रही हैं। असर यह है कि मेकर्स बुडापेस्ट और रूस के कुछ शहरों को छोड़ कहीं और अब्रॉड नहीं जा पा रहे हैं। वह इसलिए कि उन देशों की सरकार फिल्मों के शूट की परमिशन देने में आनाकानी कर रही हैं। प्रभाव शाहरुख खान की फिल्म पठान पर भी पड़ा है। सिद्धार्थ आनंद इस फिल्म की शूटिंग अफगानिस्तान में भी करने वाले थे। उनके करीबियों ने बताया वहां तो कोविड के साथ साथ वॉर की सिचुएशन के चलते भी दिक्कत हो रही है। ऐसे में वहां की पहाड़ी और वादियों का समां इंडिया में ही रीक्रिएट किया जा रहा है। फिल्म की पांच अगस्त से शाहरुख खान शूटिंग रिज्यूम करेंगे।अब तक फिल्म तकरीबन आधी शूट हो पाई है। आधी और होनी बाकी है। उनमें से ज्यादातर शेड्यूल अब्रॉड के ही हैं। इस सीक्वेंस की शूटिंग पांच से छह दिनों तक चलेगी। पठान के किरदार में शाहरुख खान वहां के आतंकियों से मुठभेड़ करते हुए नजर आएंगे।
दरअसल अब्रॉड के लोकेशन्स के लिहाज से अब तक सिर्फ रशिया में ही फिल्म की शूटिंग हो पाई है क्योंकि वहां की सरकार से ही इजाजत मिल सकी थी। बाकी कंट्रीज आनाकानी कर रहें हैं। कोरोना के हालातों के चलते आलम यह है कि अबुधाबी में भी शूटिंग की परमिशन नहीं मिल रही है। तुर्की का ऑप्शन भी खंगाला जा रहा है। वहां एक हद तक शूटिंग की इजाजत सरकार दे रही है। सेट पर मौजूद लोगों ने बताया फिल्म की मेकिंग की रफ्तार में तेजी तो है पर अभी भी और रफ्तार की दरकार है। आगे साइबेरिया की बर्फीली वादियों में शूटिंग करने का प्लान है मगर वहां से अनुमति का इंतजार मेकर्स कर रहे हैं। वहां मूल रूप से फायर ब्लास्ट का सीक्वेंस फिल्माया जाना है। इसके लिए साइबेरिया के अलावा इटली भी प्रॉडक्शन टीम विचार कर रही है पर वहां भी कोविड हालातों के चलते शूटिंगों में अड़चनें आ रही हैं। इसके अलावा बहुत सारी टेक्निकल शूटिंग बाकी हैं।