छत्तीसगढ़ कैडर के सीनियर आईपीएस (IPS) एडिशनल डीजी गुरजिंदर पाल सिंह (GP Singh) के ठिकानों पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने छापा मारा है. आय से अधिक सम्पत्ति की शिकायत पर एसीबी द्वारा ये कार्रवाई की गई है. गौर करने वाली बात यह है कि जीपी सिंह खुद एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख रह चुके हैं. वर्तमान एसबीबी प्रमुख आरिफ शेख से पहले उनके पास ये जिम्मेदारी थी. वे अभी पुलिस एकेडमी में पदस्थ हैं. बताया जा रहा है कि लंबे समय से उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति की शिकायत मिल रही थी, जिसके बाद एसीबी की टीम ने आज सुबह कार्रवाई शुरू की।
मिली जानकारी के मुताबिक एसीबी की अलग अलग टीमें उनके ठिकानों पर दबिश दी हैं. एक टीम उनके रायपुर स्थित निवास पर जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि टीम के हाथ महत्वपूर्ण दस्तावेज लगे हैं. हालांकि इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है. देर शाम तक एसीबी द्वारा इस संबंध में जानकारी दी जा सकती है। एसीबी के सूत्रों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति के अलावा भी उनके खिलाफ भ्रष्टाचार की कुछ शिकायतें मिलीं थीं, जिसके बाद ये कार्रवाई शुरू की गई है।
ज्ञात हो कि साल 2011 में बिहलासपुर के तात्कालीन एसपी आईपीएस राहुल शर्मा ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। तब जीपी सिंह बिलासपुर रेंज के आईजी थे। जीपी सिंह के आईजी के पद्भार ग्रहण करने के कुछ समय बाद ही राहुल शर्मा ने आत्महत्या की थी। उस समय इस बात की चर्चा जाेरों पर थी कि जीपी सिंह से राहुल शर्मा का समन्वय नहीं बन रहा था। हालांकि आत्महत्या मामले की जांच में इस बात की पुष्टि नहीं की थी। प्रदेश में साल 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद जीपी सिंह को एसीबी का मुखिया बनाया गया था।