रायपुर। देश में ट्रक चालकों की हड़ताल बेशक समाप्त हो गई। दो दिनों तक चले हड़ताल में आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रकों के पहिये थमने के कारण सब्जी मंडी में सब्जियों की सप्लाई नहीं हो सकी जिससे सभी सब्जियां काफी महंगी हो गई। हर सब्जी के दाम दस से बीस रुपए प्रति किलों के दर से बढ़ गए। थोक के साथ ही चिल्हर में सब्जी बेचने वाले विक्रेताओं ने बताया, कि दो दिनों की हड़ताल ने उनके व्यापार को काफी प्रभावित किय।
हिट एंड रन कानूनों में बदलाव को लेकर जिस तरह से पूरे देश में ट्रक चालकों ने हड़ताल की उससे जरुरत की कई सामग्रियों का टोटा हो गया। ट्रकों के पहिए थमने के कारण सब्जियों के साथ ही जरुरत के अन्य सामानों की सप्लाई नहीं हो सकी। आलम ये हो गया, कि सब्जी मंडियों तक सब्जियों की सप्लाई नहीं हो सकी जिसके कारणा बाजार से सब्जियां गायब हो गई। बुधवार को ग्रैंड न्यूज़ की टीम ने रायपुर के शास्त्री बाजार, टिकरापारा, संतोषीनगर, भांटागांव सब्जी मंडी का दौरा किया, जहां काफी कम मात्रा में सब्जियां पाई गई। थोक विक्रेताओं से जब हमने बात की तब उन्होंनेबताया कि सब्जियां मंडी में पहुंची नहीं है जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
थोक विक्रेताओं से बात करने के बाद हमने चिल्हर में सब्जी बेचने वाले कारोबारियों से बात की जिन्होंने बताया, कि पिछले दो दिनों के दौरान सब्जियों की कीमतों में काफी उछाल आया है। 15 रुपए किलो की दर से बिकने वाला टमाटकर 30 रुपए प्रतिकिलों की दर से बिक रहा है। अन्य सब्जियों के दाम भी कुछ ऐसे ही है। दो दिनों की हड़ताल में आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब जब हड़ताल समाप्त हो गया है,तो लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है।