स्वतंत्र वेब पोर्टल न्यूज क्लिक के संस्थापक प्रवीर पुरकायस्थ और उससे जुड़े स्वतंत्र पत्रकार अभिसार शर्मा के घरों पर प्रवर्तन निदेशालय के छापों को सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वाले पत्रकारों की आवाज दबाने और जो भी गोदी मिडिया न बने उसके कलम पर हमला करार देते हुए पत्रकार संगठन, नागरिक संगठन, ट्रेड यूनियन व जनसंठन के कार्यकर्ताओं, कलाकारों ने इसका तीव्र विरोध करते हुए मोदी सरकार से ऐसे अलोकतांत्रिक कदमों को तत्काल बंद करने की मांग की ।
आज शाम आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष सरकारी संस्थाओं का इस्तेमाल कर पत्रकारों की आवाज दबाने के प्रयासों का तीव्र विरोध करते हुए सीटू के धर्मराज महापात्र, वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के पी सी रथ, नसीम बानो, जनवादी नौजवान सभा के प्रदीप गाभ्नें, अजय कन्नौजे, साजिद रजा, एस एफ आई के राजेश अवस्थी, फिल्मकार व दलित शोषण मुक्ति मंच के शेखर नाग, इपटा के निसार अली, आर डी आई ई यू के के के साहू, पवन साहू, एम् पी एम् एस आर यू के नवीन गुप्ता, प्रदीप मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार जो भी मौजूदा निजाम के नीतियों पर सवाल उठाए उनके खिलाफ सरकारी तंत्र और प्रवर्तन निदेशालय तक का इस्तेमाल कर रही है । यह न केवल अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता वरन लोकतंत्र की मूल आत्मा पर ही हमला है जिसे हमारे लोकतंत्र में कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता । प्रदर्शन के दौरान जन गीत गाकर, राजेश जोशी व असगर वाजाहत की कवितओं पर एकल नाटक खेलकर रंगकर्मी निसार अली ने पत्रकारिता पर दमन और कलम की आवाज को दबाने प्रतिरोध के स्वर अभिव्यक्त किए । प्रदर्शन में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर न्यूज क्लिक व अभिसार शर्मा के खिलाफ फर्जी प्रकरण वापस लेने की मांग की गई ।