थाना उरला क्षेत्रांतर्गत मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी के कैशियर से हुये लाखों रूपये की डकैती का खुलासा, डकैती में शामिल 09 आरोपी गिरफ्तार
16.01.2021 को थाना उरला क्षेत्रांतर्गत सरोरा स्थित मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी के कैशियर से किये थे 31,00,000/- रूपये की डकैती।
कंपनी से महज कुछ दूरी पर ही दिये थे लाखों रूपये की डकैती की घटना को अंजाम।
घटना करने के दौरान प्रार्थी को पाईप से मारकर आहत करने के साथ ही डाल दिये थे प्रार्थी पर मिर्ची पावडर।
पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा स्वयं की जा रहीं थी प्रकरण की माॅनिटरिंग।
आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु लगभग 30 सदस्यीय अलग – अलग टीमों का किया गया था गठन।
डकैती करने की बनाये थे योजना।
घटना के मास्टर माइंड है हिन्छाराम साहू एवं हेमंत साहू।
आरोपी हिन्छाराम साहू स्वयं भी मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी में हैं कार्यरत।
माह दिसम्बर 2020 में भी दिनांक 14.12.2020 को प्रार्थी के साथ रकम लूटने का किये थे प्रयास जिसमें हुये थे असफल।
आरोपियों के कब्जे से डकैती की नगदी 25,00,000/- (पच्चीस लाख रूपये) किया गया है जप्त।
आरोपियों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त 02 नग मोटर सायकल, 07 नग मोबाईल फोन एवं मारपीट में प्रयोग पाईप भी किया गया है जप्त।
आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को पुलिस महानिरीक्षक महोदय द्वारा 30,000/- रूपये एवं पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा 20,000/- रूपये नगद ईनाम देने की, की गई है घोषणा।
आरोपियों के विरूद्ध थाना उरला में अपराध क्रमांक 16/21 धारा 395, 397 भादवि. के तहत् किया गया है अपराध पंजीबद्ध।
अपराधिक षडयंत्र रचने पर आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण में धारा 120बी भादवि. भी जोड़ी गई है।
प्रार्थी नित्यानंद छुरा उर्फ अनिल ने थाना उरला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह मां कुदरगढ़ी स्टील प्रा0लि0 सरोरा उरला रायपुर में कैशियर का काम करता है। उक्त कंपनी का आॅफिस फाफाडीह रायपुर में वालफोर्ड ओजोन बिल्डिंग में है। प्रार्थी सिटी आफिस से कंपनी, बैंक एवं कंपनी तक पैसा को लाने ले जाने वितरण करने का काम करता है। प्रार्थी दिनांक 15.01.21 को आॅफिस से रात्रि में 08ः00 बजे करीबन लगभग 20,00,000 रू लेकर निकला तथा अपने घर चला गया। प्रार्थी के पास कंपनी का पूर्व का पैसा कुछ कलेक्शन किया हुआ एवं बचत पैसा लगभग 11,00,000 रू रखा था। उक्त रकम कंपनी में मजदूरों, कान्ट्रेक्टर एवं ट्रकों का भाडा देने हेतु था। प्रार्थी दिनांक 16.01.21 को सुबह करीबन 09ः45 बजे अपने एच0 एफ0 डीलक्स मोटर सायकल क्रमांक सी जी 04 एच बी 7840 से मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी सरोरा जा रहा था एवं बैग में नगदी रकम लगभग 31,00,000 रू रखा था। प्रार्थी सरोरा बस्ती होते हुए जा रहा था कि लगभग 11ः15 बजे मां कुदरगढ़ी स्टील कंपनी से पहले खाली जगह पर पहुंचा था वहां पर पीछे से पहले एक बाईक बिना नबंर डीलक्स जिसमें दो व्यक्ति आए जो मुंह में गमछा बांधे हुए थे बाईक में पीछे बैठा व्यक्ति प्रार्थी को स्टील के पाईप से मारने लगा उसी समय एक दूसरे बाईक से दो तीन व्यक्ति आए और प्रार्थी के उपर मिर्ची पाऊडर डालने लगे, जिससे प्रार्थी भागने का प्रयास करने लगा उसी समय तीसरे बाईक में दो तीन लडके आए सभी मिलकर प्रार्थी को स्टील पाईप से मारने लगे तथा प्रार्थी के पास रखें बैग को लूटकर भाग गए। तीन मोटर सायकल में 6 से 7 व्यक्तियों ने प्रार्थी के साथ मारपीट कर बैग में रखें नगदी रकम लगभग 31,00,000 रू को लूटकर भाग गए। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना उरला में अपराध क्रमांक 16/21 धारा 395, 397 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
दिन दहाड़े अज्ञात आरोपियों द्वारा डकैती करने की घटना को पुलिस महानिरीक्षक रायपुर क्षेत्र रायपुर आनंद छाबड़ा द्वारा गंभीरता से लेते हुये पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय
अजय यादव को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने निर्देशित किया गया। जिस पर पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उक्त प्रकरण की स्वयं माॅनिटरिंग करते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला सुश्री पारूल अग्रवाल, प्रभारी सायबर सेल रमाकान्त साहू को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में लगभग 30 सदस्यीय अलग – अलग टीमों का गठन किया गया। टीम का नेतृत्व निरीक्षक रमाकांत साहू द्वारा किया जा रहा था। टीमों के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण किया जाकर घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ किया गया। घटना स्थल व उसके आसपास अलग – अलग दिशाओं में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों का अवलोकन 03 टीमें कर रहीं थी। अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये। अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण हेतु 01 टीम लगाने के साथ – साथ तरीका वारदात के आधार पर इस तरह की घटना कारित करने वाले डकैती/लूट के पुराने आरोपियों के संबंध में लगातार तस्दीक किया जाकर उनकी गतिविधियों पर सतत् निगाह रखीं जा रही थीं। टीम के अलग – अलग सदस्यों द्वारा उक्त कंपनी में कार्य करने वाले कर्मचारियों से घटना के संबंध में पृथक – पृथक पूछताछ कर उनका कथन लेने के साथ ही पूर्व में कंपनी में काम छोड़ चुके कर्मचारियों के संबंध में जानकारियां एकत्र की जाकर उनकी भी तस्दीक किया जाकर अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। थाना खमतराई एवं उरला क्षेत्र के पुराने बदमाशों की पतासाजी हेतु आर. अभिषेक सिंह एवं हिमांशु राठौर को लगाया गया था जिन्हें पतासाजी के दौरान महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त हुई कि हेमंत साहू किसी व्यक्ति से लूट करने के लिये मुखबीर को घटना में शामिल होने के लिये बोला था। प्राप्त सूचना के आधार पर टीम द्वारा हेमंत साहू की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया तथा हिन्छाराम साहू जो स्वयं उक्त कंपनी में कार्यरत है से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर वह बार – बार अपना बयान बदल रहा था एवं किसी भी प्रकार से घटना में अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था। जिस पर टीम द्वारा कड़ाई से पूछताछ करने पर वह अधिक समय तक अपने झूठ पर टिक न सका और अंततः अपने अन्य 08 साथियों के साथ मिलकर डकैती की उक्त घटना को करना स्वीकार किया गया। आरोपी हिन्छाराम ने प्रार्थी के द्वारा घटना दिनांक को पेमेंट करने आने की बात एवं पुलिस पूछताछ की जानकारी आरोपी हेमंत साहू को दे रहा था। जिस पर टीम द्वारा पूरी रात लगातार रेड कार्यवाही करते हुये घटना में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करना प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा आरोपी हिन्छाराम एवं भूषण को हिरासत में लेने पर जानकारी प्राप्त हुई कि घटना में शामिल आरोपी हेमंत, हेमकल्याण, हरीश, लिकेश पटेल एवं टीकेन्द्र पकड़े जाने के डर से सभी किराये की चार पहिया वाहन में गोवा भाग रहे है। जिस पर एक टीम तत्काल आरोपियों का पीछा करने के लिये रवाना किया गया।