रायपुर । लोक विख्यात फिल्म के निर्माण के 56 वर्षों बाद युवा छत्तीसगढ़ी फिल्म निर्माता संजय भगत, निर्देशक एक्टर एवं राइटर देवेन्द्र जांगड़े द्वारा इस फिल्म का पार्ट-2 बनाया जा रहा है। ज्ञात हो इससे पहले निर्देशक देवेन्द्र जांगड़े ने कहा कि सुपर डूपर हीट फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ का निर्माण किया गया है, जो सिनेमाघरों में 50 दिन से भी ज्यादा समय तक संचालित हुई। इस फिल्म को देखने पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी व वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई कैबिनेट मंत्री सिनेमा घर पहुंचे थे।
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण लगभग एक वर्ष तक सभी कामकाजी क्षेत्र सहित सिनेमा जगत में भी निर्माण कार्य अवरुद्ध हो गया था। वहीं कामकाज के दोबारा पटरी में लौटने के बाद सिनेमा जगत की दोबारा निर्माण कार्य की और जुट गया है और जल्द ही “कही देबे संदेश” जैसी बहुचर्चित फिल्म को नए अंदाज में दर्शकों तक पहुंचाने प्रयास किया जा रहा है ।
“कहीं देबे संदेश” फिल्म के निर्माता निर्देशक मनुनायक ने पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कहीं देबे संदेश के बारे में बताया कि उस समय इस फिल्म पर बेन लगा दिया गया था । बहुत मेहनत मशक्क्त के बाद यह फिल्म को लगाने की अनुमति मिली । यहां तक कि फिल्म को लेकर इंदिरा गांधी से भी मुलाक़ात की थी। जब यह फिल्म छत्तीसगढ़ में लगी तो एक टॉकीज में तो बैनर भी जला दिया गया था । कहीं देबे संदेश को बनाने के लिए सबसे पहले सलमान खान के पिता सलीम खान से भी बात की और वो फिल्म में काम करने तैयार भी हुए थे । पर कोई ऐसी परेशानी आई की सलीम खान फिल्म में काम नहीं कर पाए ।जिसका उन्हें काफी अफसोस हुआ। उस समय फिल्म को बनाने मै लगभग 1-2 लाख लगे थे।फिल्म के पार्ट 2 को लेकर कहा की यह फिल्म अपने आप में बहुत ही अच्छा संदेश दे रही ।
- फिल्म के बाद मनुनायक के निर्दशन 1965 में बनी सबसे पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म “कही देबे संदेश” को नए अंदाज में निर्माण करके लोगों के बीच प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म का नया अंदाज युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगा। क्योंकि वर्तमान समय में युवा पढ़ाई के बाद रोजगार की तलाश में शहर की ओर रुख करते हैं ऐसी परिस्थिति में गांव को आत्म निर्भर बनाना तो दूर अपनी संस्कृति को भी नहीं बचा पाते है। साथ ही इस फिल्म में लोगों को महिला सक्तिकरण संबंधी मुद्दे भी नजर आएगा। वही निर्देशक देवेंद्र जांगड़े का आने वाला फिल्म रोमियो राजा, मंगलसूत्र, धान के कटोरा, फ़िल्म आने वाले है।
फिल्म के निर्माता संजय भगत ने कहा कि लॉकडॉउन में जोहार छत्तीसगढ़ फिल्म देखी और उसे देखकर ऐसा लगा की देवेंद्र जांगड़े के साथ मिलकर कहीं देबे संदेश का पार्ट 2 बनाया जाए।
छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी संस्कृति को बढ़ावा देने का सबसे अच्छा माध्यम गीत,संगीत,मनोरंजन होता है । मनुनायाक के बारे में कहा कि उस समय की पहली फिल्म में ही बहुत अच्छा संदेश दिया था। साथ ही देवेंद्र जांगड़े के बारे में कहा कि उन्होंने एक बहुत बड़ा संदेश दिया है ।
इस मौके पर निर्देशक देवेंद्र निर्माता संजय भगत,छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष अजय यादव व वर्ष 1965 में बने “कहीं देबे संदेश” निर्माता-निर्देशक मनुनायक उपस्थित रहे।