मोहदी एवं सकरा। गौरतलब है कि जिस प्रकार मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी दी है एवं यह देखा जाता है धान धान सोसायटी ओं में प्रतिवर्ष बारिश में भीगने से धान का नुकसान शासन को होता आया है एवं शासन के द्वारा बचाव हेतु नए-नए कदम उठाए जाते हैं परंतु इसका कोई मतलब नहीं होता जिसे देखते हुए शासन ने सोसायटी ओं में चबूतरे का निर्माण एवं सेठ का निर्माण भी करवाया है परंतु आज भी सभी सोसाइटी ओं में उक्त व्यवस्था नहीं हो पाई है जिसे देखते हुए समितियों के द्वारा एवं शासन के द्वारा शासन के द्वारा नियुक्त कर्मचारियों से बारिश से बचाव हेतु तैनात रहने एवं व्यवस्था तंदुरुस्त करने आदेश दिया गया है यही कारण है कि खबर छत्तीसगढ़ की टीम जब उक्त व्यवस्था का जायजा लेने पहुंची तो वहां पर जो व्यवस्था की गई थी वह तारीफ ए काबिल लगी त्रिपाल की व्यवस्था एवं कुछ सोसायटियों मैं निर्मित चबूतरे देखे गए।