रायपुर– छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे आरंग क्षेत्र के ग्राम गोढ़ी में शकुंतला गोपाल फाउंडेशन द्वारा संचालित गंगा सेवा सदन द्वारा अपना घर अपना आश्रम में एक वर्ष पुर्ण होने पर स्थापना दिवस मनाया गया आपको बता दें कि एक वर्ष पूर्व से लेकर अब तक 180 प्रभुजनो का रेस्क्यू टीम द्वारा आश्रम लाया गया जिनमें पुर्ण चिकित्सा लाभ लेते हुए 50 प्रभु जन स्वस्थ हो गये उनकी याददाश्त आने पर अपने घर चले गए यह आश्रम देश के 12 राज्यो में 61 आश्रम संस्था है जिनमें छत्तीसगढ़ में से यह अपना आश्रम संस्था एक है,यहां पर चिकित्सा,खेल सुविधाएं, एम्बुलेंस, आधुनिक रसोई घर और अन्य हाइटेक सुविधाओं से युक्त आश्रम में तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अपना घर अपना आश्रम में ऐसे लोगो की सुचना मिलने पर रेस्क्यू टीम द्वारा असहाय मानसिक विक्षिप्त बीमार आश्रयहीन जिसे आश्रम में प्रभु जन से पुकारा जाता है, ऐसे प्रभु जनो को 23 प्रदेशो में 24000 से अधिक को ठीक कर उनके परिवारों की खुशियां लौटाई है जिनमें से छत्तीसगढ़ राज्य का यह आश्रम भी सम्मिलित हैं,जहां पर किसी के पिता, भाई,बहन तो किसी का मां को मिलवाया है, और परिवार की खुशियां लौटाई है।
अपना घर -यहां बेसहारा को मानते हैं प्रभुजी
एक ओर जहां विक्षिप्त अवस्था, आश्रयहीन असहाय बीमार तड़पते हुए प्रभु जनो को छुने या पास जाने से कतराते हैं वैसे प्रभु जनो को रेस्क्यू टीम द्वारा अपना घर आश्रम में सेवा कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं।
मानव सेवा के लिए अपना घर अपना आश्रम
मानव सेवा के लिए अपना घर अपना आश्रम के संस्थापक और वन्दना ग्रुप के डायरेक्टर गोपाल अग्रवाल शकुंतला गोपाल फाउंडेशन के संस्थापक हैं, वन्दना ग्रुप वीआईपी रोड में स्थित स्व. रामस्वरूप दास निरंजन लाल धर्मशाला चेरिटेबल ट्रस्ट का निर्माण कराया था जहां सभी वर्गों के लिए शादी ब्याह सामाजिक सम्मेलन जैसे बड़े कार्यक्रमो के लिए निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है, वहीं 2012 में गंगा डायग्नोस्टिक एंड मेडिकल रिसर्च सेंटर की स्थापना पचपेड़ी नाका में की गई जहां चिकित्सा जांच रियायती दरों पर उपलब्ध किया जाता है ऐसे ही इस कड़ी को बढ़ाने के उद्देश्य से मानव सेवा को ध्यान में रखते हुए अपना आश्रम अपना घर का निर्माण आरंग क्षेत्र के ग्राम गोढ़ी में किया गया जिसका शुभारंभ मार्च 2023 को किया गया जिसका एक वर्ष पुर्ण होने पर स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया था यह आश्रम ऐसे प्रभु जनों का घर हैं जिनका ना तो कोई घर है ना कोई ठिकाना जो प्लेटफार्म सार्वजनिक स्थल बस स्टैंड धार्मिक स्थल अस्पतालों के आसपास होते हैं ऐसे लोगों को प्रभुजन के नाम से संबोधित किया जाता है वर्तमान में अपना घर अपना आश्रम आवासीय क्षमता 210 बेड प्रभु जनों के लिए निर्धारित हैं आश्रम में भर्ती होने वाले प्रभु जनों को निशुल्क भोजन चिकित्सा वस्त्र आवास एवं अन्य सुविधाओं की पूर्ति ममता रुपी सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं, आने वाले समय में गौसेवा के लिए गौशाला निर्माण की भी बात कही गई।