स्ट्राबेरी की खेती हमारे छत्तीसगढ़ में

छत्तीसगढ़ सरकार के मुखिया किसान पुत्र मुख्यमंत्री भूपेश बघेल  की परिकल्पना नरवा, गरवा, घुरवा और बारी बहुत तेजी के साथ साकार हो रही है। वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ की यह चार चिन्हारी पूरे विश्व में प्रसिद्धि पाएगी। यहां के किसान अब सिर्फ धान उत्पादन तक ही सीमित नहीं रह गये हैं। यहां के फल- फूल, सब्जी की अब दूसरे प्रदेशों के अलावा विदेशों में भी अच्छी मांग है।  अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और भारत के नैनीताल, देहरादून नासिक में प्रसिद्ध स्ट्राबेरी की खेती अब हमारे छत्तीसगढ़ में भी होने लगी है। रायपुर के प्रसिद्ध समाजसेवी और किसान गोकुलदास जी डागा के पुत्र परिक्षित डागा महासमुंद जिले के खुंटेरी गांव में इसकी खेती कर रहे हैं। यहां बड़ी मात्रा में इसका उत्पादन शुरू किया गया है। डागा परिवार  यहां बेर, सीताफल, आम, केला, मौसबी, जाम और रंगीन भुट्टे की खेती बहुत पहले से ही की जा रही है।

Author: Sudha Bag

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