रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचें केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के राज्यमंत्री संतोष गंगवार। एनआरसी और सीएए पर देशभर में मचे बवाल के बीच भाजपा जन जागरुकता अभियान चला रही है, इसके तहत केंद्रीय मंत्री ने आम लोगों से मुलकाता कर उन्हें नागरिकता के कानून के बारे में बताया। पत्रकारों से बात-चीत में उन्होंने कहा कि नागरिकता केंद्र का विषय है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संघीय ढांचे को ध्यान में रखकर बोलना चाहिए। नागरिकता के बजाय वे छत्तीसगढ़ के विकास की चिंता करें।
केंद्रीय राज्यमंत्री ने रायपुर स्थित एकात्म परिसर में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि लोगों के बीच सीएए को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। यह नागरिकता देने का कानून है, लेने का नहीं। देशभर में 250 से ज्यादा विश्वविद्यालय हैं। उनमें से 11 के विद्यार्थियों को शिकायत है। इनमें से भी 4 विश्वविद्यालय के विद्यार्थी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सीएए किसी को प्रताड़ित करने के लिए नहीं है, बल्कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में जो पीड़ित अल्पसंख्यक हैं, उन्हें नागरिकता देने के लिए है। भारत और पाकिस्तान का जब बंटवारा हुआ था, तब पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक राष्ट्र घोषित किया था। वहां हिंदू, सिख, ईसाई, जैन और बौद्ध की संख्या घट रही है। लोग सवाल करते हैं कि सभी धर्म का नाम लिया, फिर मुस्लिम क्यों नहीं? पाकिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं। मोदी सरकार सीएए को लेकर जो कदम उठा रही है, पिछली सरकारों को इस पर पहले ही फैसला कर लेना था। सीएए को लेकर किसी को शक करने या परेशान होने की बात ही नहीं है।