*कांग्रेस ने कहा- मोदी सरकार का कार्यकाल विफलताओं और जनविरोधी नीतियों का स्मारक*भूपेश बघेल बोले- प्रधानमंत्री मोदी की पूरी राजनीतिक यात्रा विघटन और विभाजन की रही चुनाव के समय जमकर बोलने वाले मोदी की ट्रंप के बयानों पर चुप्पी की क्या मजबूरी है?नई दिल्ली, 11 जूनकांग्रेस ने मोदी सरकार के 11 साल के कार्यकाल को विफलताओं और जनविरोधी नीतियों का स्मारक बताया है।नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में पत्रकार वार्ता करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पूरी राजनीतिक यात्रा विघटन और विभाजन की रही है, जिससे देश में हर समाज के लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं द्वारा दलितों, आदिवासियों, महिलाओं और यहां तक कि सेना के अधिकारियों के अपमान पर प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर भी सार्थक सवाल उठाए।कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर विकास के झूठे दावों और आंकड़ों में हेरफेर करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि झूठे आंकड़ों और खोखले नारों से देश को लगातार गुमराह किया गया, सच्चाई छुपाई गई। उन्होंने कुंभ मेले में हुई मौतों का उदाहरण दिया, जहां सरकारी आंकड़ों के विपरीत दुनिया के एक प्रमुख सार्वजनिक प्रसारण नेटवर्क की रिपोर्ट में कहीं अधिक मौतें बताई गईं। नोटबंदी को एक खोखला दावा बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे न तो काला धन वापस आया और न ही आतंकवाद की कमर टूटी, बल्कि आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं, कोरोना महामारी में इलाज नहीं मिलने से लाखों लोगों की जान चली गई थी। कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार की विफल विदेश नीति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पहले भारत की आवाज को पूरी दुनिया गंभीरता से सुनती थी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इतने देशों का दौरा करने के बावजूद कोई देश भारत के समर्थन में खड़ा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर संघर्ष विराम करवाने का दावा किया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कई बार कहा कि उन्होंने धमकी देकर संघर्ष विराम कराया। इससे पूरा देश अपमानित महसूस कर रहा है। उन्होंने पूछा कि चुनाव के समय जमकर बोलने वाले नरेंद्र मोदी की ऐसे समय में चुप्पी की क्या मजबूरी है?भूपेश बघेल ने मोदी सरकार के 11 साल को धोखे, छल और झूठ की राजनीति बताया, जहां अमीर और अमीर, गरीब और गरीब होता गया। उन्होंने कहा कि “जितने वादे किए, वे छल-प्रपंच और झूठ पर आधारित रहे हैं”। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन रिक्त पड़े सरकारी पदों को ही नहीं भरा जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी, आयकर विभाग, सीबीआई और यहां तक कि चुनाव आयोग जैसी संस्थाएं भी भाजपा सरकार के दबाव में हैं, जिससे लोकतंत्र कमजोर हुआ है। कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, उज्ज्वला योजना और नल-जल योजना जैसी विभिन्न सरकारी योजनाओं की विफलताएं गिनाईं। उन्होंने एसटी-एससी, ओबीसी योजनाओं की स्थिति भी दयनीय बताई। उन्होंने आगे कहा कि सरकार महिला आरक्षण की बात करती है, लेकिन वो लागू कब किया जाएगा, उस पर कोई जवाब नहीं है और यही हाल जातिगत जनगणना के विषय में भी है। किसानों की बदहाली का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने और स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की बात कही थी, लेकिन आज किसान अपनी फसल को औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं।उन्होंने डीएपी खाद और बीज की कमी पर भी चिंता व्यक्त की।