कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वायनाड लोकसभा उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज करते हुए राजनीति में अपने चुनावी करियर की धमाकेदार शुरुआत की है। चुनाव आयोग के अनुसार, प्रियंका ने चार लाख से अधिक वोटों के अंतर से जीत हासिल की, जो उनके भाई राहुल गांधी की पिछली जीत के मार्जिन से भी अधिक है।
दोपहर तक के नतीजों में प्रियंका को 6 लाख से अधिक वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी भाकपा के सत्यन मोकेरी को 2,09,906 वोट और भाजपा की नव्या हरिदास को 1,09,202 वोट मिले।
कांग्रेस के सहयोगी दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अध्यक्ष ने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि प्रियंका रिकॉर्ड अंतर से जीतेंगी। यह जीत नेहरू-गांधी परिवार के सियासी प्रभाव को और मजबूत करती है। प्रियंका ने यह सीट राहुल गांधी के 2019 में 4,31,770 वोटों के ऐतिहासिक अंतर और 2024 में 3,64,422 वोटों के मार्जिन की परंपरा को पीछे छोड़ते हुए जीती है।
प्रियंका बनाम विपक्ष
प्रियंका के सामने भाकपा के वरिष्ठ नेता सत्यन मोकेरी और भाजपा की नव्या हरिदास जैसी मजबूत प्रतिद्वंदी थीं, लेकिन उन्होंने अपनी रणनीति और प्रभावी प्रचार के दम पर सबको पीछे छोड़ दिया।
यह जीत कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि यह उनके सियासी भविष्य और पार्टी के भीतर प्रियंका की स्थिति को और मजबूत कर सकती है।