न्याय की गुहार
मैं आभास कुमार सतपथी पिता स्व. सुरेन्द्र नाथ सतपथी वर्तमान में रायपुर छ.ग. में निवासरत हूँ।
दिनांक 01/08/2024 को मेरी तबियत खराब होने के कारण, मेडिसिन लेने हेतु मेरी लडकी श्रेष्ठा सतपथी (उम्र 20 वर्ष जिसका आज दिनांक 10/09/2024 को जन्म दिवस है) दवाई लेने हेतु सुबह 11.00 बजे घर से निकली जिसकी सडक दुर्घटना में मृत्यु हो गई। इस संबंध में डाक्टर द्वारा बताया गया कि हमारी लडकी की मृत्यु अंदरुनी गंभीर चोट लगने एवं ज्यादा खून निकलने से हुई है।
मुझे हास्पिटल में ही जानकारी प्राप्त हुई कि दिनांक 01/08/2024 को मेरी बेटी जिस स्कूटी पर जा रही थी उसे एरिना होटल के पास सर्विस रोड में विपरीत दिशा से आ रही कार हेक्टर क्रमांक CG-14-MP-0686 के चालक द्वारा, कार को तेज व लापरवाही पूर्वक विपरीत दिशा से चलाते हुए मेरी लडकी श्रेष्ठा सतपथी के स्कूटी को सामने से एक्सीडेंट कर फरार हो गयी। मौके पर उपस्थित कुछ व्यक्तियों द्वारा लडकी को हास्पिटल पहुँचाया गया था।
मेरे आफिस के स्टाफ द्वारा यह जानकारी दी गई कि पोस्टमार्टम के बाद पोस्ट मार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया था कि छाती एवं पसलियों पर लगी गंभीर चोट के कारण पसलियों की हड्डी टूटने की वजह से मृत्यु हुई है।
घटना का हुए 40 दिन बीत जाने के बावजूद हमे आज तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्रदान नही की गई जिसके संबंध में हमारे द्वारा पुलिस थाना तेलीबांधा में इस केस की जाँच करने वाले पुलिस अधिकारी से बार बार अनुरोध किया गया। इतने दिन तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट न मिलना एवं जिस गति से एक्सीडेंट करने वाले व्यक्ति को जमानत दिया जाना एवं एक्सीडेट की गई गाडी को तत्परता से छोड देना यह शंका पैदा करती है कि कही जाँच को प्रभावित करने का प्रयास तो नहीं किया जा रहा है। हमें यह जानकारी प्राप्त हुई है कि कार चालक के संबंधी शासन में उच्च पद पर कार्यरत हैं एवं उनके परिवार की राजनीतिक पहुँच होने के कारण ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जाँच कार्यवाही गभीरता पूर्वक न करते हुए शिथिलता बरती जा रही है।
हमें यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि उक्त कार चालक द्वारा पूर्व मे दिनांक 20/07/2024 को Dangerous Driving के लिये पुलिस द्वारा दंडित किया गया था एवं उसके 10 दिन बाद 01/08/2024 को कार चालक द्वारा दुबारा हमारी लडकी का एक्सीडेट कर दिया गया। हमारी ऐसी मॉग है कि ऐसे कार चालक का लायसेंस तत्काल रद्द किया जावे।
हम आपके माध्यम से राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन को अनुरोध करते हैं कि इस मामले की जाँच CID से कराया जाय ताकि जाँच कार्यवाही निष्पक्ष तरीके से हो सके एवं हमें शीघ्र एवं उचित न्याय मिल सके। हम यह भी मॉग करते हैं कि हमें जो नुकसान हुआ है उसकी छतिपूर्ति नही हो सकती परंतु दूसरो के साथ इस प्रकार की घटना की पुनरावृति ना हो यह सुनिश्चित किया जाये।