रायपुर। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री/गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सलाहकार सैम पित्रोदा ने चमड़ी के आधार पर भारतीयों को गाली दी है। श्री शर्मा ने कहा कि नाम से भले ही वह सैम पित्रोदा हों, पर नस्ल और रंग भेद को लेकर उनके ताजा बयान के बाद उन्हें ‘शेम’ पित्रोदा नाम से देश जानेगा। श्री शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की कई घटनाएं हैं जिसमें कांग्रेस पार्टी जुड़ी हुई है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के किसी हिडन एजेंडा को आगे लाने के लिए उनको बोलना होता है। शायद कांग्रेस पार्टी टेस्टिंग करती है कि इस पर क्या प्रतिक्रिया आ रही है? पित्रोदा द्वारा दिए गए बयान ने एक बार फिर भारत के नेता महात्मा गांधी के साथ हुए साउथ अफ्रीका में भेदभाव की घटना को याद दिला दिया है। गुरुवार को एकात्म परिसर स्थित भाजपा कार्यालय में आहूत पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी को इसलिए ट्रेन से उतार दिया गया था, क्योंकि उनका चमड़ी का रंग अलग था। हम सभी भारतीयों को इस बात को समझना होगा। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2047 तक विकसित भारत की कल्पना कर रही है और इस कल्पना में है कि कैसे देश को आगे बढ़ाया जाए? भारत देश को समूचे विश्व के मानचित्र में सबसे ऊंचा बिठाया जाए, सशक्त भारत बनकर सामने आए और वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी है जो नस्ली भेद के आधार पर राजनीति करना चाहती है। कांग्रेस भारत को अलग-अलग दिशाओं में बाँटकर बात करती है। कांग्रेस पार्टी को यह कहीं नहीं दिखता कि उत्तर से दक्षिण तक भारत एक है और हम सब भारतीय हैं।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि भारत उत्तर पूर्व से कितना जुड़ा हुआ है, इसका वर्णन महाभारत काल में भी है। आज के युग में इस तरह की बातें करना और इस पर तर्क देना बेमानी है। इसकी कतई आवश्यकता नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि पित्रोदा ने जो कहा है उसके लिए उन्हें देश से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी में अभी इस्तीफा देने और निष्कासित करने का स्वांग चल रहा है। कांग्रेस को सैम पित्रोदा का आजीवन निष्कासन करना चाहिए। इससे कम कुछ नहीं हो सकता। भारतीय जनमानस कांग्रेस पार्टी को कभी माफ करने वाली नहीं है। श्री शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि वह एक्सीडेंटल हिंदू हैं। इसका क्या मतलब हो सकता है? पंडित नेहरू को हिंदू होना पसंद नहीं था? उन्हें कुछ और होना पसंद था। कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर के मामले को लेकर भी कहा था कि भगवान श्री राम काल्पनिक हैं। राम मंदिर एवं भगवान श्री राम के विषय पर पित्रोदा ने कहा था कि राम मंदिर और रामनवमी इन बातों से उनका कोई सरोकार नहीं है। यह सब उन्हें पीड़ा देती है और परेशान करती है। कोई व्यक्ति हैं जिन्हें बड़ा बंगला और बड़ी गाड़ी दे दो, अच्छे कपड़े, अच्छा भोजन और हर महीने लाखों रुपए दे दो और कहो कि चौराहे पर जूते मारेंगे तो क्या वह व्यक्ति स्वीकार करेगा? श्री शर्मा ने कहा कि सिर्फ रोटी कपड़ा मकान ही सब कुछ नहीं होता, स्वाभिमान भी व्यक्ति का जीवन होता है। व्यक्ति का विचार और परस्पर सहयोग भी जीवन होता है। बाबर ने आकर भगवान श्री राम के मंदिर को तोड़ा था। भगवान राम की गांव-गांव गली गली में पूजा होती थी, लेकिन उनका कोई उचित स्थान नहीं था। हमारी भावनाओं को कोई उचित स्थान नहीं मिला था। राम मंदिर बनने के बाद देशवासियों का स्वाभिमान संतुष्ट हुआ है हिंदुओं के भावनाओं को उचित स्थान मिला है। भगवान राम की आलोचना करने वाले पित्रोदा ने नस्ल भेद को लेकर जो कहा गया है, वह निंदनीय है ।
उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि सैम पित्रोदा ने अमेरिका की तर्ज पर भारत में भी विरासत टैक्स लगाने की बात कही है। भारत में लोग अपने पिता को पितृपक्ष में याद करके उन्हें पीढ़ी-दर-पीढ़ी याद करते हैं। जिन्होंने अपनी मेहनत से पैसा कमाया है, उनके पैसे को विरासत टैक्स लगाकर ऐसे लोगों को नहीं देना चाहिए जिनके अधिक बच्चे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि भारत सबके सहयोग से आगे बढ़े, यह हम सभी चाहते हैं। कांग्रेस पार्टी मोहब्बत की दुकान खोलकर नफरत फैलाने का सामान बेच रही है। दक्षिण भारत में भी किसी व्यक्ति ने अलग देश बनाने की बात कही है, उसे कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव में अपना प्रत्याशी बनाया है। जो लोग जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाते हैं, वे लोग भी कांग्रेस में जाकर शरण लेते हैं। हेमंत करकरे जो शहीद हुए, उनके बारे में भी पित्रोदा ने कहा था कि वह कसाब की गोली से नहीं मरे। इसे स्पष्ट होता है कि स्वयं पित्रोदा ने कई बार देश विरोधी शब्दों का प्रयोग किया है।
इस दौरान पत्रकार वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल, प्रदेश प्रवक्ता दीपक म्हस्के, नलिनीश ठोकने, और ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष सुनील चैधरी मौजूद थे।