लोकतंत्र के महापर्व का उत्सव मनाते हुए मैनें अपने परिवार के साथ अपने मत का प्रयोग किया। “चुनाव का पर्व, देश का गर्व” हैं। मतदान केवल हमारा अधिकार ही नहीं वरन् कर्तव्य भी हैं। मैंने तो मतदान कर लिया क्या आपने किया? अगर नहीं तो आप सभी शीघ्र मतदान कर अपने मताधिकार का प्रयोग करें।