आज की हमारी सातवी कहानी जो खुद में ही तेजस्विनी की गाथा है।

2008 में पुलिस जॉइन की रायपुर, जशपुर, राजनांदगांव, कांकेर, महासमुंद आदि जगहों पर अपनी सेवाएं देते हुए इन्हें पता चला कि दिल्ली में 25 नाबालिगों मानव तस्करों के चंगुल में फंसी हुई है । महिला अधिकारी मल्लिका बैनर्जी तिवारी ने बिना किसी से डरे हिम्मत दिखाते हुए दिल्ली जैसी जगह में एक महीने का ऑपरेशन चला कर 25 नाबालिगों को मानव तस्करो से बचाया ।

महिला अधिकारी मल्लिका बैनर्जी तिवारी धमकियों  से नहीं डरी ,रिश्वत का लालच भी दिया गया फिर भी नहीं मानी और छुड़ा लाई दिल्ली से 25 नाबालिगों को मानव तस्करी से । उनके इस वीरताभरे कार्य को सीएम भी स्मानित कर चुके हैं । 2015 में मुख्यमंत्री ने मल्लिका को छत्तीसगढ़ की मर्दानी का खिताब अपने हाथों से प्रदान किया था । उनका कहना है की मूलभूत समस्याओं को दूर करने से,थानों में महिलाओं के साथ अच्छे बर्ताव से, उनके साथ खड़े होने से हर महिला आत्मविश्वासी बन पुलिस के प्रति सकारात्मक सोच का निर्माण कर पाएंगी ।

श्रीमती यशा ¥ की रिपोर्ट 🖋️

 

Author: Sudha Bag

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