सांसदो के निष्कासन के विरोध मे एक दिवसीय प्रदर्शन।
रायपुर 22 दिस्म्बर 2023। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अवाहन पर आज पूरे देश मे जिला स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। कुछ दिनो पूर्व देश की संसद भवन की सुरक्षा मे हुई चूक को लेकर ाकंग्रेस सहित तमाम विपक्ष के सांसदो ने इस पर अपना विरोध प्रदर्शन किया। जिसे केंद्र की भाजपा सरकार पहचान नही पाई और कांग्रेस सहित विपक्ष के 146 सांसदो को संसद से निष्कासित कर दिया गया। इसके विरोध मे आज शहर जिला कांग्रेस कमेटी के संयुक्त तत्वधान मे एक दिवसीय धरना प्रदर्शन रखा गया था। राजीव गांधी चौक मे हुई इस प्रर्शन मे प्रदेश के तमाम नेतागण शामिल हुए। कांग्रेस के नेताओ ने केंद्र की भाजपा सराकर के खिलाफ जमकर हल्ला बोल।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहस कि केंद्र की भाजपा सरकार लोकतंत्र का मजाक बना कर रखी है। जो सवैधानिक पद पर बैठे है उनकी जिम्मेदारी होती है परंतु यहां आसंदी के द्वारा विपक्ष का मुह बंद कराया जाता है उनको निलंबित किया जाता है। आज लोकतंत्र खतरे मे है इस लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए हमस ब को एकजुट होना होगा। बहुत सारे अंतर विरोध हो सकते है बहुत सारे विचारो मे विभिन्नता हो सकती है लेकिन देश को बचाना है। संविधान को बचाना है प्रजातंत्र को गचाना ह ।तो हम सबको आपसी भेदभव को भुलाकर एक मंत्र मे आना हो।
इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने कहा कि लोकतंत्र को कुचलने का जो कार्य किया जा रहा है वह निंदनीय है। 146 सांसदो का निलंबन स्वतंत्र भारत के इतिहास मे पहली बार हुआ है। सांसदो एवं पूरे देश वासियो के सुरक्षा की चूक के कारणो को जानने का अधिकार है। देश की संसद मे सांसदो को निलंबित कर सांसदो की आवाज को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।
नेता प्रतिप़क्ष चरण दास महंत ने कहा कि केंद्र मे बैठी भाजपा की सरकार अगर यदि तरीके से संसद को चलाना चाहती है वे बिना विपक्ष के बिना बहस के अपने माफिक कानून बनाना चाहती है और मनमाफिक कानून बना कर इस देश को थोपना चाहती है।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जिन मूल्यो एवं सिद्धांतो के लिए भारत की लोकतंत्र को जाना जाता है उसको कलंकित करने का कार्य केंद्र मे बैठी भाजपा सरकार ने किया है। वह अपने हिसाब से कानून बनाना चाहते है और किसी भी प्रकार की चर्चा करने से बचना चाहते है।
इस धरना प्रदर्शन मे सत्यनारायण शर्मा धनेंद्र साहू कवासी लखमा अमरजीत भगत प्रेमसाय सिंह टेकाम ताम्रध्वज साहू शिव कुमार डहरिया अंबिका सिंहदेव रामकुमार यादव विकास उपाध्याय रावेंद्र सिंह शेषराज हरवंश राजेंद्र तिवारी गिरीश देवांगन पंकज शर्मा गिरीश दुबे उधोराम वर्मा सुशील आनंद शुक्ला नंदलाल देवांगन डोमेश्वरी वर्मा सूर्यमणि मिश्रा प्रमोद चौबे सुरेश ठाकुर महेंद्र छाबड़ा प्रमोद दुबे अमरजीत चावला शिव सिंह ठाकुर कन्हैया अग्रवाल आकाश शर्मा श्रीकुमार मेनन सुमीत दास सुंदर जोगी प्रशांत ठेंगडी नवीन चंद्राकर घनश्याम राजू तिवारी पंकज मिश्रा कामरान अंसारी देव कुमार साहू अशोक ठाकुर अरूण जंघेल राकेश धोतरे दिनेश ठाकुर सुनीता शर्मा केसरी साहू बंशी कन्नौजे जी श्रीनिवास अविनय दुबे दीपा बग्गा सचिन शर्मा माधव साहू दाउलाल साहू कमलेश नथवानी पुष्पराज बैद मोहसिन खान संगीता दुबे अनिल रायचूरा प्रवीण चंद्राकर अनुषा श्रीवास्तव कमल धृतलहरे अस्सु खान मोहन साहू जगदीश आहूजा मुन्ना मिश्रा प्रणव सिंह आशीष बंजारे बिरजू वर्मा खिलेश देवांगन कोमल साहू भारती देवांगन चंद्रशेखर चंद्राकर आदि उपस्थित थे।