नई राजधानी प्रभावित किसान कल्याण समिति के तत्वावधान में 3 जून -2023 को मुख्यमंत्री निवास घेराव कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया कि 15 जून-2023 को सीएम साहब के साथ एवं नवा रायपुर प्रभावितों के प्रतिनिधि मण्डल के बीच बैठक करवाने का तिथि दिया गया। जो जुमला बाजी निकला प्रभावित किसान शासन प्रशासन के इस रैवैया से काफ़ी दुखी है। प्रशासन के आश्वासन पर पद यात्रा एवं घेराव कार्यक्रम को
इसलिए कुछ समय तक आन्दोलन को स्थगित किया गया। की मैत्री पूर्ण किसानो के साथ कांग्रेश पार्टी की सरकार में भूपेश बघेल न्याय करेगी।
नवा रायपुर प्रभावित किसान परिवारों द्वारा 15 वर्षों से अपने हक़ अधिकार के लिये आंदोलनरत है।
जिसे पूर्वर्ती भाजपा सरकार एवं वर्तमान कांग्रेस सरकार ने वादा ख़िलाफ़ी कर प्रभावित जनों को धोखा देते आ रही है। प्रभावित जनों का प्रमुख माँग जिसे पूरा करने का भरोसा राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री मण्डल की उपसमिति एवं किसान प्रतिनिधि सदस्यों के कई दौर का बैठक हुआ। जिसमें सहमति कर निर्णय लिया गया वो भी छलावा व झूठा आश्वासन साबित हुआ है।
एक बार फिर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा ठगा गया , झूठा आश्वासन दिया
आंदोलन के कारण – प्रमुख आदेशित माँग:-
1.नया कानून के तहत भू अर्जन ।
2. भू अर्ज़न में किसानो द्वारा पैसा नहीं उठाया है या न्यायालय गया है उन किसानों को ज़मीन लेयर- 2व 3 में आबंटित करें ।
3. पुनर्वास योजना के तहत प्रभावित किसानो को पुनर्वास नीति लागू करें।
4,.प्रभावित गाँव में आबादी भुमि व काबिज भुमि का पट्टा प्रदान करें।
5. प्रभावित परिवारों को स्वरोज़गार एवं नौकरी में स्थानीय लोगों को 60% आरक्षण की प्राथमिकता।
6. आडिट आपत्ति के नाम पर वार्षिकी राशि रोकना बंद करें।
7. नवा रायपुर योजना क्षेत्र में लेयर-1 के गांवों में प्रतिबंध लगा है एवं लेयर-2 व 3 के गांवों में प्रतिबंध नहीं।
यह भेदभाव बन्द हो
आदि प्रमुख आदेशित माँगो को लेकर वर्षों से आंदोलन कर रहे है। जिस पर दोनों पूर्व व वर्तमान सरकार , उक्त माँगो को पूरा करने का छलावा, झूठा आश्वासन देती आ रही है। मीडिया प्रभारी परमानंद जांगड़े ने प्रेस विज्ञप्ती जारी कर जानकारी दिया की किसान संघ अपनी स्थगित आंदोलन को हक़ अधिकार के लिये फिर से इस बार आंदोलन करेगी।
बार बार की छलावा , झूठा आश्वासन से त्रस्त व व्यथित होकर नवा रायपुर प्रभावित किसान परिवारों द्वारा आगामी 18 जून-2023 दिन रविवार को प्रभावित गांवों से राशन, पानी लेकर किसान- मजदूर, नौजवान, बेरोजगार युवासाथी एवं माता-बहनें तिरंगा झण्डा हाथों में लेकर अधिक से अधिक संख्या में कृषि विश्वविद्यालय जोरा के सामने एकत्रित होंगे फिर मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच रैली के रूप में आगे बढ़ेंगे।
शासन प्रशासन द्वारा रोकें जाने पर नेशनल हाईवे पर बैठ जायँगे