रायपुर::छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की मांगों का समय पर निराकरण नहीं होने के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है l संघ द्वारा बारम्बार छोटी छोटी मांगों को लेकर दोनों संचालनालय जिसमें संचालक स्वास्थ्य सेवाएं एवं संचालक चिकित्सा शिक्षा एवं संचालक आयुष एवं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में ज्ञापन दिया गया है l
संघ के महामंत्री अश्वनी गुर्देकर एवं प्रांताध्यक्ष आलोक मिश्रा ने संयुक्त बयान जारी कर बताया संघ की विभिन्न मांगों जिसमें विशेष रूप से शासन को विभाग द्वारा प्रेषित वेतन विसंगति को दूर करने की मांग एवं अन्य मांगों के निराकरण के लिए लिए वर्ष 2022 में जनवरी में 1 दिवसीय सामूहिक अवकाश लिया गया, फिर दिनांक 11, 12, 13 अप्रेल 2022 को 3 दिवसीय सामूहिक अवकाश लिया गया, वर्ष 2023 में भी 15 फरवरी को पुनः सामूहिक एक्छिक अवकाश लेकर ध्यानाकर्षण कराया गया है और अनेकों ज्ञापन मंत्री, सचिव एवं संचालक को दिए गए हैं, जिसमें बारम्बार स्वास्थ्य मंत्री ज़ी माननीय टी. एस. सिंह देव, स्वास्थ्य सचिव श्री आर. प्रसन्ना (भा.प्र.से.), स्वास्थ्य संचालक श्री भीम सिंह (भा.प्र.से.), संचालक चिकित्सा शिक्षा श्री डॉ. विष्णु दत्त, संचालक आयुष श्री पी. दयानंद (भा.प्र.से.), को समक्ष भेंट कर तथा समझाने का भरसक प्रयास करने के उपरान्त भी समस्याओं पर कोई भी सकारात्मक कार्यवाही नहीं हुई है l इसलिए छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ को बाध्य होकर स्वास्थ्य सेवाएं ठप्प करने अर्थात अनिश्चित कालीन आन्दोलन पर विचार करने के लिए विवश होना पड़ रहा है l इसलिए अब अनिश्चित कालीन आन्दोलन की रुपरेखा तय करने व आन्दोलन का निर्णय लेने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारी संघ कार्यालय रायपुर में रविवार दिनांक 02 अप्रेल को संघ के महासमिति की बैठक आयोजित की गयी है जिसमें छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के समस्त प्रांतीय पदाधिकारियों, समस्त संभाग, समस्त जिला, एवं समस्त ब्लाक के अध्यक्षों व प्रकोष्ठ के संभाग पदाधिकारियों की उपस्थिति में उनके सुझाव अनुसार निर्णय लिया जायेगा l